बुधवार, 17 नवंबर 2010

सीमा विवाद के चलते शव ६ घंटे रेल पटरी पर पड़ा रहा ....

 रेल पुलिस और डोम्बिवली शहर पुलिस के आपसी सीमा विवाद के झगड़े में एक ३० वर्षीय युवक की लाश ६ घंटे रेल पटरी के पास पड़ी रही आख़िरकार रेल पुलिस ने अपना पल्ला झाड लिया थक हार कर डोम्बिवली शहर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया अभी तक युवक की शिनाक्त नहीं हो पाई है डोम्बिवली शहर पुलिस अनजान आरोपी के ऊपर मामला दर्ज कर तहकीकात कर रही है
 डोम्बिवली शहर पुलिस को कल्याण कंट्रोल रूम से खबर मिली की वसई पनवेल रेल मार्ग कोपर स्थानक के पास एक युवक की कटी हुयी लाश पड़ी हुयी है शव को २ अलग अलग बोरियों में भर कर रखी गयी है सूचना मिलते ही डोम्बिवली पुलिस मौके पर पहुँच कर रेल पुलिस को कहा की ये आप की हद में है ...रेल पुलिस ये मानने को तैयार नहीं हुयी और कहा की ये हमारी हद में नहीं है और वहां से चली गयी  तो डोम्बिवली पुलिस ने शव को अपने कब्जे  में लेकर तहकीकात कर रही है ......

कल्याण डोम्बिवली में बियर बार व् लाज पर छापा ३५ से भी ज्यादा बार बालाएं गिरफ्तार

महाराष्ट्र सरकार के नियम के मुताबिक पुरे महाराष्ट्र में डांस बार पूरी तरह से बंद हैं सरकारी नियम कानून की धज्जियाँ उड़ाते हुए बार मालिक पूरी शान के साथ बार चला रहे हैं इसी कड़ी में कल्याण डोम्बिवली पुलिस ने एक ही दिन में अलग अलग होटल और लाज पर छापा मर कर ३५ बार गर्ल , ४ मैनेजर ,१६ ग्राहकों को गिरफ्तार किया है जिनमें से २ बार गर्ल पर मानपाढ़ा प्लोइस ने पिटा अक्ट की तहत कार्यवाही  किया ......................
 कल्याण डोम्बिवली में बार के नाम पर जिश्मफरोशी का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है ऐसी गुप्त सूचना समाज सेवा शाखा पुलिस को मिली सूचना मिलाने पर पुलिस ने कल्याण के राधा कृष्णा बार पर छापा मार कर ३६ बार बाला ,२ बार मालिक और १६ ग्राहकों को गिरफ्तार किया ............दूसरी तरफ डोम्बिवली के खामबाटपाढ़ा के साईं दीप लाज पर छापा मारा तो वहां से २ काल गर्ल स्नेहल देशपांडे और पूजा ठाकुर को गिरफ्तार किया इनके साथ वहां के २ मैनेजरों को बी हिराशत में लिया एन काल गर्ल के ऊपर मानपाढ़ा पुलिस ने पिटा अक्ट के तहत कार्यवाही की ...................

आर एस एस के ताल में ताल मिला रही है शिव सेना..

 शिव सेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के मुखपत्र सामना  में  लिखे एक लेख में ये लिखा गया कि कांग्रेस हिन्दुवाद  के खिलाफ है,,इसी बात को लेकर शिव सेना प्रवक्ता संजय राऊत ने आज बयान दिया कि कांग्रेस  कि ये नीति बिल्कुल गलत है,, साथ ही कहा कि आदर्श घोटाले को कांग्रेस  गंभीरता से ले....  इस घोटाले से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ शख्त  कदम उठाए नहीं तो वे अपने तरीके से कदम उठायेंगे.................

१,७२,१५५ किडनी स्टोन निकालने का वर्ल्ड रिकार्ड ...


 महाराष्ट्र के धुले शहर के रहने वाले  एक डॉक्टर ने स्टोन के मरीज़ से १ लाख बहत्तर हज़ार एक सौ पचपन किडनी स्टोन निकालकर एक नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है,,,डॉ आशीष पाटिल ने मरीज़ धनराज वादले का इलाज करते समय बाए किडनी से इतने भारी मात्रा में स्टोन निकाला,,,दरअसल धनराज वादले   पिछले कई दिनों से स्टोन की समस्या से गुज़र रहे थे... धनराज ने  कई डॉक्टरों से इलाज करवाया..लेकिन कोई राहत नहीं मिली ..आखिरकार वो आशीष पाटिल के पास पहुंचे ....कई  टेस्ट के बाद इनका इलाज हो पाया...इतने भारी मात्रा में स्टोन का निकलना वाकई में एक अजूबा  रहा..... इस अनोखे ऑपरेशन को वर्ल्ड रिकार्ड  में शामिल किया गया है....

गोवंडी से २ साल का बच्चा चोरी

 
  
गोवंडी के अस्पताल के पास से दो साल का बच्चा चोरी हो गया एक महिला अपने दो बच्चों को लेकर अस्पताल दवा लेने आयी थी दवा लेकर जब वापस आई तो देखा की एक ही लड़का खड़ा है दूसरा नहीं है तो उसके होश उड़ गए बड़े लडके से पूछा तो कहा की एक आंटी बुरके में आई और मुझे पान लाने  को कहा और जब मैं पान लेकर आया तो आंटी और भाई दोनों नहीं हैं .............
 मुंबई शहर में दिन प्रतिदिन  बच्चे  गायब होने की घटनायों की बढोत्तरी हो रही है और पुलिस इस पर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रही है दिन दहाड़े अस्पताल के पास से कोई बुरके वाली महिला आती है और बच्चे को लेकर रफू चक्कर हो जाती है ऐसा ही मामला शिवाजी नगर पुलिस की हद में हुवा है शाहिद तारीक नामक दो साल का बच्चा  चोरी हो गया  है ...........सोमवार सुबह दस बजे की है


पुलिस के अनुसार शाहिद की मां अपने दो बेटों को लेकर सोमवार को गोवंडी के एक सरकारी अस्पताल में गई मां इस अस्पताल में अंदर दवा लेने चली गई, जबकि नौ व दो साल के अपने दो बेटों को उसने बाहर खड़ा कर दिया तभी एक महिला बड़े लड़के के पास आई और उसके लिए पान लाने को कहने लगी अपने छोटे भाई को इस महिला के पास छोड़कर बड़ा भाई पान लाने चला गया जब वह लौट कर आया, तो उसने अपने छोटे भाई शाहिद व महिला को गायब पाया

वरिष्ट पुलिस निरीक्षक ने किया वर्दी को दागदार


  मुंबई के एक पुलिस इंस्पैक्टर ने एक मासूम को हवस का शिकार बना पूरे महकमें को शर्मसार कर दिया इंस्पैक्टर पर आरोप है कि उसने एक 15 साल की बच्ची के साथ रेप किया  और उसे प्रेगनेंट कर दिया इस आरोप के तहत अब पुलिस डिपार्टमेंट अरोपी इंस्पैक्टर का और नाजायज बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाने के लिए नमूना ले लिया है नमूना देने के बाद से ही आरोपी  इंस्पैक्टर फरार है उसके साथ शामिल २ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है यह घिनौना आरोप मुंबई पुलिस के सीनियर इंस्पैक्टर अरुण बोरडे पर लगए गए हैं अरुण पर यह आरोप तब लगा जब एक सैक्स रैकट चलाने वाली महिला के धंधे का खुलासा हुआ इस महिला के मोबाइल की तलाशी लेते वक्त पुलिस को इंस्पैक्टर अरुण का नंबर मिला
  महिला से पूछे जाने पर पता चला कि उसने इंस्पैक्टर को भी एक लड़की की सप्लाई की थी जो अब उसके नजायाज बच्ची की मां है पकड़ी गई महिला ने उस लड़की का पता बताया जिस पर पुलिस पहुंची तो देख कर दंग रह गई लड़की की उम्र अभी मात्र 15 वर्ष ही थी और इंस्पैक्टर के उसके साथ संबंध बनाने के कुछ दिन बाद ही वह गर्भवती हो गई इस बारे में जब लड़की ने इंस्पैक्टर को बताया तो उसने लड़की को डरा धमका कर मामले को रफा दफा करने की बात कही फिलहाल पुलिस ने पीड़िता की शिकायत दर्ज कर दी है और मामले की जांच कर रही है  पवई पुलिस ने एक 15 वर्षीय किशोरी से बलात्कार के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है ये दोनों ही रियल्टी एजेंट हैं किशोरी ने एक बच्ची को जन्म दिया है एलटी मार्ग पुलिस थाने पर तैनात सीनियर इंस्पेक्टर अरुण बोरडे बीमारी के कारण अवकाश पर चला गया है और उसके पड़ोसियों ने कहा कि वे नहीं जानते कि वह कहां है पुलिस ने अरुण बोरुडे का घर सील कर दिया है घरेलू नौकरानी के रूप में काम पर रखने के बहाने किशोरी को यौन व्यापार में धकेलने के आरोप में शांताबाई गायकवाड़ नामक महिला की गिरफ्तारी के बाद दोनों रियल्टी एजेंटो को पकड़ा गया है पुलिस ने कहा कि प्रापर्टी एजेंट मोहनचंद श्याम को शनिवार को चंडीगढ़ से और चंद्रभान गुप्ता को रविवार को पवई के उसके घर से गिरफ्तार किया गया पुलिस का कहना है कि श्याम और गुप्ता दोस्त हैं और दो अन्य मित्रों के साथ किशोरी के ग्राहक थे  श्याम को चंडीगढ़ से मुंबई लाया गया है और गुप्ता के साथ उससे पूछताछ की जा रही है पुलिस ने श्याम के घर और कांदिवली स्थित कार्यालय की तलाशी भी ली और किशोरी से जुड़े अन्य लोगों  की तलाश कर रही है............

प्रापर्टी के लिए भाभी ने कराया ननद की हत्या

 
 कलियुगी बहु ने प्रापर्टी के लालच में सास की हत्या घर के नौकर को विश्वाश में लेकर कराना चाहा  पर नियति को कुछ और मंजूर था सास तो बच गयी और ननद की हत्या हो गयी भाभी और नौकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की तहकीकात कर रही है .........
मुंबई के पॉस इलाके में पेडर रोड का नाम शुमार है दिन दहाड़े इस इलाके के फ्लेट में हत्या हो जाती है और मुंबई पुलिस  मात्र २४ घंटे में हत्यारे को गिरफ्तार कर लेती है तहकीकात में जो सामने आया है की घर का नौकर राजू ने घर की मालकिन चम्पा से ३० हजार रूपया कर्ज लिया था उसने ७ हजार रूपया चूका भी दिया था २३ हजार उसे चुकाने थे सास चंपा का बहु रूपल से कुछ रिश्ता ठीक नहीं था रूपल ने राजू को विश्वाश में लेकर कहा की मैं तुम्हें ५ हजार रूपया और दूंगी बाकि का २३ हजार भी माफ़ कर दूंगी अगर तुम मेरी सास चंपा की हत्या कर दोगे इस बात पर राजू {२३}तैयार हो गया १४ तारीख को दोपहर में राजू अपने काम को अंजाम देने वाला था की सामने एलिया {३४ }आ गयी उसने उसका गला दबा कर हत्या कर दी उसी समय चंपा {७८ }आ गयी  उसे भी उसने जोर से धक्का दिया चंपा दिवार से टकरा कर गिर गयी राजू समझ गया की चंपा भी मर गयी और वहां से चला गया जब रूपल का पति व् चंपा का बेटा दीपक घर आया तो देख कर दंग हो गया तुरंत डाक्टर को बुलाया तो डाक्टर ने कहा की एलिया मर चुकी है और चंपा की सास चल रही है रमा बाई नगर पुलिस में हत्या का मामला दर्ज किया दुसरे दिन जब काम पर राजू आया तो पुलिस ने जब उससे पूछ ताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया पुलिस रूपल को भी हिराशत में लेकर पूछ ताछ कर रही है ...............

करोड़ो के चरस के साथ चार लोग चढ़े पुलिस के हत्थे ........



वाशी  के फूल मार्केट  में  आज  एन सी बी(नारकोटिक्स  कंट्रोल ब्यूरो ) टीम  को एक बड़ी सफलता मिली ..काश्मीर से  मुंबई में   आये हुए  एक ट्रक से   ६८ किलोग्राम  चरस बरामद किया गया ...६८ किलो ग्राम चरस को    २६ पैकेट में भरकर इस ट्रक में छुपाया गया था ....इस पूरी प्रकिया  को... एन सी बी की  टीम ने बड़ी मुस्तैदी  से अंजाम दिया ..और  ४ लोगो को अपने गिरफ्त में ले लिया ..पूरे खुलासे में यह पता चला कि ..इन चार लोगो में ..२ लोग काश्मीरी  है .जो कि बारामुला  के रहने वाले  है . अब्दुल मजीद ..उम्र २८  और दार ..उम्र ५८...इनके साथ साथ ..मुंबई  के धारावी से चाँद शहजादा सैयद  उम्र ५२ ..और माहिम से रहमान सीख  उम्र ३७ शामिल है ....६८ किलोग्राम  चरस  २६ पैकेट  में रखी गयी थी जिसकी कुल कीमत १ करोड़ के लगभग है ....इन लोगो कि योजना थी कि ..२२ नवंबर  तक इस चरस को मुंबई ले   जाया जायेगा ....पर नारकोटिक्स कि टीम ने इनके मंसूबो पर पानी फेर दिया ...और वे सभी हवालात पहुँच  गये ...



रविवार, 31 अक्तूबर 2010

२०० उद्योग पतियों लेकर आ रहे हैं ओबामा


अमेरिकी प्रेजिडेंट बाराक ओबामा के साथ भारत दौरे में अमेरिकी कंपनियों के करीब 200 सीईओ आ रहे हैं ओबामा और इन अमेरिकी स

ीईओ को खुश करने की तैयारी हमारे देश में शुरू हो गई है सूत्रों की मानें तो इन सीईओ को तोहफे के तौर पर इंश्योरेंस सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (एफडीआई) को बढ़ाने के साथ मल्टी ब्रांड रिटेल का दरवाजा फॉरेन इनवेस्टमेंट के लिए खोलने का वादा किया जाएगा इससे रिटेल सेक्टर की अमेरिकी दिग्गज कंपनी वॉल मार्ट भारत में कहीं भी अपने रिटेल शोरूम धड़ल्ले से खोल सकेगी....................ओबामा का भारत का दौरा दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में काफी अहम मदद मिलेगी ऐसा माना जा रहा है ओबामा अपने साथ अमेरिकी बिजनेसमैनों की पूरी फौज लेकर आ रहे हैं इनमें पेप्सीको की सीईओ इंदा नूई, होनीवैल के सीईओ डेविड एम. कोटे, एयरोस्पेस के सीईओ लुई चेनवर्ट और इंडियन-अमेरिकन सिटीग्रुप के सीईओ विक्रम पंडित भी शामिल हैं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि अगर हम अमेरिका से चाहते हैं कि वे हमारे लिए एक्सपोर्ट के रास्ते आसान करें, हमारे प्रॉडक्टों को अमेरिकी बाजार में साख बनाने में मदद करें, आउटसोर्सिंग को लेकर ज्यादा संरक्षणवाद न बने, तो उनकी भी कुछ मांगें हैं, जिनको हमें पूरा करना होगा ताली दोनों हाथों से बजती है उद्योग मंत्री आनंद शर्मा का कहना है, जल्द ही मल्टी ब्रांडेड रिटेल में फॉरेन इनवेस्टमेंट पर फैसला किया जाएगा इसके लिए सभी पक्षों की सहमति ली जाएगी साफ है कि सरकार इस मामले में आगे बढ़ने का मन चुकी है
इंश्योरेंस सेक्टर में फिलहाल 26 प्रतिशत  ही एफडीआई की अनुमति है अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियों का कारोबार अमेरिका में ठीकठाक नहीं चल रहा है वहां पर आर्थिक ग्रोथ रेट थम-सा गया है रही-सही कसर इकॉनमी स्लो डाउन ने पूरी कर दी है यही कारण है कि अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियां भारत में ज्यादा इनवेस्टमेंट करना चाहती हैं

रेप की कोशिश कर ने वाले पिता की बेटी ने कर दी हत्या


रिश्ते का दाग दार करने वाले पिता की बेटी ने हत्या कर दी  नागपुर की रहने वाली  एक लड़की ने खुद के साथ रेप की कोशिश कर रहे अपने पिता की हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि बोरी इलाके में रहने वाली 15 साल की लड़की स्कूल से घर लौटी थी, तभी यकायक उसके पिता सतीश जारोंडे ने उसके कमरे में घुस कर उसके साथ रेप करने की कोशिश की। लड़की ने खुद को बचाने के लिए एक धारदार हथियार से अपने पिता पर हमला बोल दिया। इस घटना में उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। लड़की की सौतेली मां ने अपने पति की लाश देख कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर कैलाश टंकार ने बताया कि सतीश आदतन यौन अपराधी था और वह अब तक कई शादियां कर चुका था।

शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

भारतीय लोकतंत्र अब ८७ वां आदर्श- भ्रष्ट तंत्र


कलमाड़ी जी की असीम कृपा से - खेल खेल में कम से कम एक क्षेत्र में तो हमने अपने पडोसी चीन को पीछे छोड़ ही दिया- कठोर स्पर्धा के बाद 'भ्रष्टाचार की ऊंची कूद' में हमने यह सफलता अर्जित की. अब हम भ्रष्ट देशों की सूची में ८७ वी पायदान पर पहुँच गए हैं और हमारा प्रतिद्वान्धी चीन हमारे से ८ अंक पिछड़ कर ७९वे अंक पर लुढ़क गया . इस सफलता का एकांकी श्रेय हमारे खिलाडियों के खिलाडी कलमाड़ी जी को जाता है. विश्व के चोर-उच्चक्के देशों में देश का नाम रौशन करने के इस महान उपलब्धि के लिए कलमाड़ी जी को 'भारत रत्न' के साथ साथ आगामी ओलम्पिक खेलों का ठेका भी अभी से दे देना चाहिए ताकि शीघ्र से शीघ्र हम अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से आगे निकल सकें . कितनी शर्म की बात है कि हमारे से महज़ २४ घंटे पेहले पैदा हुआ दो कौड़ी का मुलुक भ्रष्टाचार के क्षेत्र में हम से मीलों आगे १४३ वे पायदान पर जा पहुंचा है. यह बात दीगर है कि पाकिस्तान को इस मुकाम तक पहुँचाने में अमेरिका से मिली भीख का बहुत बड़ा योग दान है. यदि हमें इतनी अमेरिकी मदद मिली होती तो हम आज अफगानिस्तान को प्राप्त श्रेष्ठ स्थान पर होते.
देश में भ्रष्टाचार एक रिले -रेस कि माफिक कभी न ख़त्म होने वाली दौड़ का रूप ले गया है. दिल्ली का खेल अभी ख़त्म नहीं हुआ कि 'रेस' देश कि आर्थिक राजधानी मुंबई में चालू हो गई. मुंबई में तो भ्रष्टाचार को 'आदर्श' सोसाईटी का नाम दिया गया और सीमां पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के नाम पर करोड़ों के फ़्लैट औने पौने दामों पर सफेदपोश नेता और उच्चाधिकारी हड़प गए. कल्मादिजी ने राहत की साँस ली -उनके पीछे पड़ा मिडिया अब 'आदर्श सोसाईटी' घोटाले पर पिल पड़ा है. मिडिया का भी इन घोटालों को उजागर कर और बीच में ही छोड़ नए घोटालों के पीछे पड़- इनके महत्त्व को न्गंन्य करने में विशेष योगदान रहा है. मिडिया भी व्यवसाए हो कर रह गया - सब कुछ महज़ टी.आर.पी की खातिर ?
१९९१ से २००९ के डेढ़ दशक में लगभग ७३ लाख करोड़ के बड़े घोटालों का अनुमान है. जिनमें स्विस बैंकों में देश का ७१ लाख करोड़ रूपया सबसे बड़ा घोटाला है. उसके बाद है २-जी स्पेक्ट्रम में ६० हजार करोड़ का घोटाला जिसे केंद्रीय मंत्री ए.राजा डी.एम्.के के दलित सांसद ने सरंजाम दिया. प्रधान मंत्री का इन्हें वरद हस्त प्राप्त है- हो भी क्यों न ...राजा की कृपा के बिना सरकार दो दिन की महमान है. सी. बी. आई को लगा रखा है केस को कछवा चाल पर लटकाए रखने को. यह बात अलग है कि सर्वोच्च न्यायालय ने सी.बी.आई को लताड़ लगाई है- साल भर से केस लटकाने पर और राजा को अभी तक मंत्री पद पर बनाए रखने पर ! अब देखो क्या होगा तेरा 'राजा' ? तीसरा घोटाला है - ५० हजार करोड़ - कर चोरी का, पूने के अरब पति हसन अली खान के नाम !!! अब इस से कम तो हम घोटाले को घोटाला ही नहीं मानते
भ्रष्टाचार का वटवृक्ष आज ८७ मीटर ऊंचा बरगद सा फ़ैल गया है यह जितना ऊंचा है उतनी ही इसकी जडें पाताल तक फैली हैं. इस बरगद का बीजारोपण भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु जी के करकमलो से ही हुआ था. उनका राज परिवार तो बस इसे आँखें मूँद पानी दिए चला जा रहा है. नेरुजी ने ५ वर्षीया योजनाओं की नीव रखी -बिना सोचे समझे योजनाओं पर केंद्र से धन लुटाया गया - यह किसी ने नहीं देखा कि जिन लोगों के लाभार्थ ये योजनायें बनी गई हैं उन तक इसका लाभ पहुंचा भी है. नेहरु जी के राज पौत्र 'राजीव गाँधी' ने भी माना की इन योजनाओं का महज़ १०-१५ % ही आम आदमी तक पहुँच पाता है.बाकि पैसा तो रास्ते में भ्रष्ट तंत्र ही हड़प जाता है. ६० साल से यह योजना - बध लूट बदस्तूर जारी है.
देश के प्रथम बड़े घोटाले का श्रेय भी हमारे नेहरु जी को ही जाता है. १९४८ का जीप घोटाला जिसमें भारतीय सेनाओं के लिए ८० लाख रूपए की जीपें खरीदी जानी थी . ब्रिटेन में भारतीय हाई कमिश्नर वी. के. कृष्ण मेनन पर जीप सप्लाई में घोटाले का दोष लगा . मेनन साहेब नेहरु जी के खासमखास थे. सज़ा तो क्या मेनन को देश का रक्षा मंत्री पद से नवाज़ा गया. हमारी सेनाएं चीन के हाथो परस्त हुईं और हजारों मील भूमि पर दुश्मन का कब्ज़ा हो गया. जिन लोगों के हाथ में देश को इमानदार प्रजातंत्र के रूप में विकसित करने की जिमेदारी थी उन्होंने ही उनकी नाक के नीचे फलफूल रहे भ्रष्ट - तंत्र से आँखें मूँद लीं और आज हम विश्व के सबसे बड़े भ्रष्ट तंत्र की दौड़ में नई नई बुलंदिओं को छूते जा रहे हैं. वह दिन दूर नहीं जब हम अफगानिस्तान को पछाड़ कर भ्रष्ट राष्ट्र तालिका के शिखर पर होंगे.

वसूली का नया फंडा


 कर्ज न लौटाने वाले लोगों से वसूली करने का बैंकों ने नया रास्ता खोजा है !         वैसे बैंक से लोंन लेकर भुगतान ना करना !
या फिर credit card का इस्तेमाल कर किश्त भरने में आनाकानी दिखाने वालो से बैंक किस तरह निपटती है , आपको अंदाजा होगा ही !
लेकिन फिल्मो में दिखाए जानेवाले वसूली के फंडे अब ठंडे पड़ते जा रहे है......आखिर क्या है वसूली के नए फंडे का फंडा, आईये जानते है इस ख़ास रिपोर्ट में !
     अगर आप ने बैंक से लोन लिया है !  अगर आप ने बैंक का क्रेडीट कार्ड इस्तेमाल किया है !     अगर आप किश्त चुकाना नहीं चाहते या किसी कारण चूका नहीं पा रहे !     और अगर आपको लगता है की आप बैंक की नजरो से बच जायेंगे !     तो शायद आपकी ये सोच गलत साबित हो सकती है ! क्यूंकि अब बैंक और रीकवरी एजेंसियां   भगौड़े ग्राहकों से निपटने के लिए नए फंडे का इस्तेमाल  कर रही है ! फंडा फेसबुक का , फंडा ट्विटर का और फंडा ऑरकुट का ! अब आप भी इस बात से हैरान होंगे , की आखिर इन सोशल नेटवर्किंग वेबसाईट का किसी बैंक और रीकवरी एजेंसियों से क्या तालुक ? और आखिर इनकी मदद से किसी  भगौड़े ग्राहक को कैसे पकड़ा जा सकता है ! दरअसल यही  तो है "फंडा" वसूली का  , या कहे अजब वसूली का गजब फंडा !और इस फंडे ने ठंडे कर दिए है उनके  जोश को जो कभी बैंक की वसूली के लिए लोगो के घर की घंटी बार बार बजाया करते थे, और जायज़ और नाजायज़ तरीके अपनाकर  वसूली किया करते थे ! 

एक समय ऐसा भी था जब वसूली के लिए इस तरह के तरीको का इस्तेमाल किया जाता था ! लेकिन डराना धमकाना बीते जमाने की बीती बात बन चुकी है ! आर बी आई की तरफ से देश के सभी बैंको को भी वसूली के इस तरीके को अलविदा कहने के दिशा निर्देश दिए जा चुके है ! लेकिन समय के साथ बदलाव भी जरुरी है ! बैंक की वसूली करने वाली रीकवरी एजेंसियां सोशल नेटवर्किंग वेबसाईट पर  भगौड़े ग्राहकों को बैंक द्वारा दी गयी जानकारी की मदद से तलाशते है ! तलाशने के लिए बैंक की तरफ से नियुक्त की गयी रिकवरी एजेंसियों  के पास लड़के और लडकियां कार्यरत होती है , और ये लगातार बैंक द्वारा दी गयी details की बदौलत अपना ये काम दिन भर करते रहते है ! यदि कोई मिल जाए तो ये उनसे दोस्ती कर उनके घर का पता जान लेते है और पते का पता चलते ही उनसे रीकवरी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है !  लेकिन जानकार वसूली के इस फंडे को गलत ठहरा रहे है !

  आर बी आई की तरफ से भले की वसूली के बाकी फंडो को लाल झंडी दिखाई जा चुकी हो , लेकिन बैंक की वसूली करनेवाली रीकवरी एजेंसियां   अपनी वसूली की गाडी को  अलग अलग तरीको का इस्तेमाल कर हरी झंडी दे रही है , अब चाहे उस हरी झंडी को दिखाने का अंदाज़ काला ही क्यूँ न हो ! 

 

आदर्श' घोटाले में घिर रहे हैं अशोक चव्हा

कोलाबा में करगिल के शहीदों के लिए बने आदर्श सोसायटी के फ्लैट्स के आवंटन से जुड़े घोटाले में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के परिवार के कुछ और नाम जुड़ते दिख रहे हैं गुरुवार को इस घपले में मुख्यमंत्री की सास का नाम आया था अब जो नाम सामने आया है, वह है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा का, जो सीएम के ससुराल पक्ष से जुड़े़ शख्स हैं अभी तक यह बात साफ हो चुकी है कि आदर्श सोसायटी में भगवती मनोहरलाल शर्मा के नाम से एक फ्लैट है, जो अशोक चव्हाण की सास का नाम है अब जरा उनके ससुराल पक्ष के परिजनों को जानिए
मिल्कीराम शर्मा ससुराल पक्ष के बुजुर्ग हुए यानी सीएम साहब की पत्नी के दादा जी,  जिनकी बहू यानी सीएम की सास का नाम है भगवती मनोहरलाल शर्मा भगवती जी के पति यानी सीएम के ससुर का नाम है मनोहर लाल शर्मा, लेकिन सवाल है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा कौन हैं नाम खुद बता रहा है कि उनका रिश्ता सीएम की ससुराल से है, लेकिन असली रिश्ता तो खुद सीएम साहब ही बताएंगे
आदर्श सोसायटी के नाम पर मची इस लूट में सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं अब सीबीआई ने आदर्श सोसायटी के सभी 103 सदस्यों की आय का ब्यौरा मांगा है सवाल यह भी है कि डिफेंस एरिया से सटे इलाके में निर्माण को हरी झंडी कैसे मिली और इस निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति कैसे मिली
यह इमारत कोस्टल रेगुलेशन जोन नियमों का भी उल्लंघन करती है इस मामले में कई और नेता और आर्मी के आला अफसर घिरे हैं। यह भी पता चला है कि यह सोसयाटी रक्षा ठिकानों के काफी नजदीक है इस पर नेवी ने भी चिंता जताई है
जिन दूसरी बड़ी शख्सियतों के नाम यहां फ्लैट हैं, उनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल एनसी विज और दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख माधवेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और कांग्रेस नेता कन्हैयालाल गिडवानी शामिल हैं  सवाल सिर्फ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और सेना के आला अफसरों की ही नहीं है कुछ और भी ऐसे नाम हैं, जो सवाल और शक पैदा करते हैं
ऐसा ही एक नाम है रुपाली हरिश्चंद्र रावराणे का..... रुपाली कणकवली इलाके से जुड़ी है और एक पेट्रोल पंप चलाती है यह इलाका महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री नारायण राणे का गढ़ माना जाता है ऐसे में सवाल उठता है कि करगिल जंग से जुड़े परिवारों के लिए बनी आदर्श सोसायटी में रुपाली की दावेदारी की क्या वजह हो सकती है.....................
आदर्श सोसायटी घोटाला वाकई में घोटाले का एक 'आदर्श' मामला लगता है सेना और नेताओं के अलावा जिन लोगों ने इस प्रोजेक्ट का 'बेड़ा' पार किया, उन्हें भी इनाम मिला आदर्श सोसायटी में मुंबई के पूर्व कलेक्टर प्रदीप व्यास की बीवी सीमा व्यास के नाम भी एक फ्लैट है प्रदीप ने ही सारे फ्लैट्स के आवंटन को मंजूरी दी थी आवंटन सही है या नहीं, इसकी जांच मुंबई की पूर्व कलेक्टर आईए कुंदन ने की, गड़बड़ी नहीं निकली, तो एक फ्लैट उन्हें भी मिल गया......................................
मुंबई के पूर्व म्यूनिसिपल कमिश्नर जयराज फाटक ने 6 मंजिला इमारत को 31 मंजिली में तब्दील करने की मंजूरी दी थी पिता के काम पर बेटे को इनाम मिला और एक फ्लैट उनके बेटे कनिष्क फाटक के हिस्से में आया.....................................

रविवार, 17 अक्तूबर 2010

३ नकली पुलिस चढ़े असली पुलिस के हत्थे

पुलिस बनकर लोगों को चुना लगाने वाले ३ शातिर दिमाग नकली पुलिस असली पुलिस के हत्थे आखिर चढ़ ही गए और उनके पास से लाखों की नकदी और ज्वेलरी बरामद हुयी है ...
इन तीनों को .....बहुत ही शातिर हैं यह.....लोगों को पुलिस अधिकारी  बन कर ठगते थे यह.....करोडों रूपए का लोगों को लगा दिये चूना........मगर क्या पता था.....चढ जाऐंगे पुलिस के हत्थे.....मुंबई  के कई इलाको  से लोगो  को चूना लगाने के बाद मुंबई के पायधूनी इलाके के एक व्यापारी जो कि 83 लाख रूपए लेकर जा रहा था .....इन्हे खबर हो गई फिर क्या था....ये  शातिर लोग अपने आप को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता कर ...उस व्यपारी के पैसे लूट लिए ...इससे पहले  कि वह कुछ समझ पाता ....... वहां से रफू चक्कर हो गए..
पायधूनी पुलिस ने वाकई  बड़ी मशक्कत  की  लेकिन नकली पुलिस बनकर लोगो को बेवकूफ बनाने वाले इन शातिरों की दाल  पुलिस के सामने नही गल सकी.........पुलिस ने अपना तरीका अपनाया.......जिसमें अब तक की ठगी किए गए करीब ६० लाख की संपत्ति पुलिस ने  जप्त  की..
 इससे पहले भी पायधूनी पुलिस ने इसी इलाके के एक व्यपारी के 52 लाख रूपए की चोरी के मामले  को चुटकी बजाते हुए हल कर लिया . था......अब दूसरी एक और चुनौती का सामना करना  पडा पायधूनी पुलिस को....अब देखना  यह  है की ...बाकी के पैसे इन लोगों ने कहा छुपाए है.....उन तक  पुलिस पहुँच  पाती है  या नही....
                      

शनिवार, 16 अक्तूबर 2010

मानिक राव ठाकरे मामले पर मुख्यमंत्री

 नागपुर वर्धा में कांग्रेस की राष्ट्रिय अध्यक्ष सोनियां गाँधी की रैली को सफल बनाने  के लिए जो फंड की खबर मिडिया में आई उसे मुख्यमंत्री अशोक चौहान ने सिरे से ही ख़ारिज कर दिया ....जो लोग इस मुद्दे को लेकर हाय तौबा मचा रहे हैं उनको अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए ......जो भी पार्टी का कार्यक्रम होता है उसमें फंड की जरुरत होती है उसका पूरा  हिसाब होता है ......अगर लेने वाला और देने वाला मौजूद है तो इतना हो हल्ला मचने की क्या जरुरत है 
 रैली के लिए जो भी फंड दिया गया है उसका पूरा  हिसाब हमारे पास है ....जब कोई रैली होती है तो फंड की जरुरत होती है हमारे वहां के कार्यकर्तायों ने अपने खुद के पैसे खर्च किये हैं ...कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर जो लोग आरोप लगा रहे हैं उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष को रूपया लेते सभी लोगों ने देखा है ........मुंबई में दशहरे की रैली होने वाली है उसमें कितना खर्च होता है वो पैसा कहाँ से आता है और कौन देता है ........... हमने महाराष्ट्र रोड कारपोरेशन को पैसा दिया है उसकी पूरी रशीद हमारे पास है

फिल्म की दीवानगी में गयी जान

 मुंबई के गोवंडी इलाके में एक २२ साल के युवक की फिल्म की दीवानगी की वजह से रात के वक्त ट्रेन के चपेट में आ कर जान चली गई ..........................  .
 नवी मुंबई के मेडिसिन कंपनी में काम करने वाले निलेश मुंबई के गोवंडी इलाके में रहता  था. फिल्मो से इस कदर प्रेरित था की उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा . लेकिन इसमें खास बात यह की इस युवक को आमिर खान का बहुत ही बड़ा फेन था . निलेश जगताप नाम के इस युवक पर आमिर खान की गुलाम नाम की फिल्म का इतना गहरा असर था की वह आमिर खान की तरह स्टंट करता था . जिस तरीके से आमिर खान अपने हाथ में   लेकर    झेंडा लेकर ट्रेन के आगे दौड़कर जाता था उसी तरीके  से निलेश को भी उसके  दोस्तों  के अनुसार जानलेवा स्टंट करने का शौक था .निलेश के घरवाले इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है उसके दोस्त भी काफी शोक में दुबे   हुए है, 
  बार बार होते एक्सिडेंट की वजह से रेलवे  पुलिस भी काफी हैरान है . फिलहाल पुलिस स्टंट की बात को नजर अंदाज कर रही है लेकिन इस हादसे से हर कोई वाकिफ है .उन्होंने इस बात को लेकर लोगो को यह आव्हान किया है की रेलवे  पटरी पर चलना  जानलेवा साबित हो सकता है और उसी वजह से रेलवे  के साथ कोई भी खिलवाड़  न करने की चेतावनी भी दी है .
 फिल्मो से प्रेरित होकर जिस तरीके से युवक अपनी जान को जोखिम में डाल रहे है , ऐसा  लगता है की फिल्मो के स्टंट देखकर उन्हें आम इन्सान का दोहराना एक तरह से खुदखुसी करने के बराबर है, इस युवक मौत से सभी  युवक क्या सिख  लेते है यह देखने वाली बात होगी ..


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अंध विस्वास में गयी दो मासूम बच्चे की जान


.मुंबई के नाला सोपारा में अंध विस्वास में सगी मामी ने दो मासूम बच्चे को अपने पैर से दबा कर हत्या कर दिया इस घटना को सुनते ही पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी ..वैसे तो  नाला सोपारा  हादसों का शहर  के रूप में काफी बदनाम हो गया है मगर  आज की वारदात ने तो शहर को ज्यादा ही बदनाम कर दिया है ! लेकिन ने इस सिलसिले  पुलिस सात लोगो को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे  डाल दिया
 नाला सोपारा के ओस्तवाल नगरी के जय  माता  दी बिल्डिंग में  मासूम बहन भाई की  निर्मम  हत्या का मामला सामने आया  ..इस घटना के बाद  नाला सोपारा  पुलिस ने ५ वर्षीय  ॐ विशाल जैसवाल और २.५ वर्षीय रिर्तिका विजय जैसवाल के शव को अपने कब्जे में लेकर  पोस्ट माडम  के लिए भेज दिया है ! यह अमबुलंस में ला जा रहा शव ५ वर्षीय ॐ और २.५ रुतिका का है जिसके हत्या इसी jaimata बिल्डिंग के तीसरे मजिल के घर में  हुई थी !  नाला सोपारा पुलिस द्वारा शव को अपने ताबे  में लेते के साथ यह कह   दिया की इन बच्चो की हत्या हुई है ! इस घटना के बाद तुरंत बच्चे के पिता विशाल  सच लाल  जैसवाल .बच्चे को जनम देने वाली माता रीता जैसवाल .बच्चे की मामी हिमांशु ,मामा दिनेश ,जितेश सुर डा सच्चेलाल और दादी सुमित्रा देवी को पुलिस ने हिरासत में लिया है !   यह खून नरबली का नमूना है       

रविवार, 3 अक्तूबर 2010

डी. का ड़ोजिअर......



 अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम गुनाह की दुनिया में जो कुछ भी करता है...उसे करने से पहले वह हर बात  का जायज़ा लेता है..।  चाहे वह किसी काले धंधे का अंजाम देना हो या फिर अपने दुश्मन का मार गिराने का हो.. मुंबई पुलिस को आई बी की तरफ से एक रिपोर्ट मिली है जिसमें साफ जिक्र  किया गया है की किस तरह अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम मुंबई के रीअल स्टेट  में अपने पांव फिर से पसार रहा है..। और साथ ही साथ वह किस तरह अपने काले पैसे  को मुंबई में  बढाने के लिये प्रयास  कर रहा है..?????? इस आई बी की रिपोर्ट के बाद से मुंबई पुलिस काफी सर्तक हो गई है.....
  खुफिया विभाग की ये रिपोर्ट..चेतावनी है ....मुंबई पुलिस  के लिए ........ आई बी. की रिपोर्ट के अनुसार एक ओर .दाउद  रीअल स्टेट में अपना पैर बढ़ाना चाहता है तो दूसरी ओर अपने सबसे बड़े दुश्मन छोटा राजन को ख़त्म करने के लिए नयी टीम का गठन कर चूका है ............ ..19 नए शुटर जिनकी उम्र 19 से 27 साल इन्हें ज़िम्मेदारी सौंपी गई है .. साथ ही इन्हें  हिदायत है  इस बार बैंकॉक सी गलती ना होनें पाए.. मुंबई के बाद नेपाल डी गैंग का दुसरा सबसे बडा हेडकर्वाटर है... कंपनी का सबसे बडा पनाहगाह है ..जँहा से डी गैंग जाली नोटों का अपना सबसे मुनाफा वाला धंधा ऑपरेट करता है ..अगर खुफिया सुत्रों की मानें तो नेपाल में खुद दाउद नें अपनें दो नए सिपहसलारों को काम सौंपा है ... कमल और नुरूल्ला .. दाउद के बेहद  करीबी कमल और नुरुल्ला  के जिम्मे  है जितना हो सके भारत में नकली नोटों की खेंप पहुँचाई जाए ..इसके साथ ही  ..अब मुंबई का कोई भी काम सीधे छोटा शकील या अनीस नहीं करेंगे ..बल्कि इस काम की ज़िम्मेदारी एक नए चेहरे अहमद लगंडा को सौंपी गई है .. जिसकी जानकारी ठीक से मुंबई पुलिस तक को नहीं है .. अहमद लगंडा का काम है मुंबई में हफ्ता बसुली करना .. फिरौती मांगना और उन ज़मीनों को हडपना जिसके ज़रिए डी कंपनी प्रोपर्टी में इनवेस्ट कर सके और तेजी से रीयल स्टेट में अपना इकलौता वर्चस्व स्थापित कर सकें ..... अगर इस रिपोर्ट की मानें इस नए चेहरे के साथ डी कंपनी रियल इस्टेट में बडी डील करनें वाला है .... डी कम्पनी का काम संभालने के लिये दुसरा नाम इस रिपोर्ट में है रिजवान का है.।रिज़वान का काम है उन लोगों की पुरी लिस्ट बनाए है जो डी गैंग की कामयाबी में रोडा  बन रहे है ..

डी कम्पनी के लिये मुंबई से सटे  ठाणे और मुंबई में रियल इस्टेट का पुरा काम देखता है आसिफ शेख जो आरिफ का भाई है,  आसीफ यानि छोटा शकील का दुसरा साला ..आसिफ शेख  मुंबई से सटे ठाणे के मीरा  रोड़ इलाके में रहता है और वही से रियल इस्टेट का धंधा करता है, और इस धंधे से कमाई गई रकम का इसतेमाल डी गैंग से जुडे गुर्गों की पगार और उनके मुकदमें में खर्च किया जा रहा है ...डी के इस नए डोजियर से साफ़ है की अब डी कंपनी का रीअल स्टेट का काम नए लोगों को सौपा गया है जो विश्वसनीय भी है और नए ज़माने के तेवर के भी हैं ... 
 आई बी की रिपोर्ट में जिन लोगों के नाम का खुलासा हुया है , अब उनके उपर मुंबई पुलिस अपनी पैनी नज़र बनाये हुये है...। लेकिन इस रिपोर्ट से एक बात साफ हो गई है की अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम  किस तरह से मुंबई में काम कर रहा है..............

गाँधी तेरे देश में ........


देश भले ही महात्मा गाँधी का जन्मदिन मना रहा हो लेकिन यदि आज महात्मा गाँधी हमारे बीच होते तो  देश की हालत पर जरूर तरस खाते ..... गाँधी जी ने घर बार त्याग किया... भूखे प्यासे रहे ताकि आने वाली पीढियों को सुनहरा भविष्य मिले, लेकिन आज हालात ऐसे है की आम आदमी तो दूर ... गाँधी जी के पोते पोतिया भी साफ़  पानी पीने  को तरस रहे है.............
 पानी पीने  से पहले ग्लास में देखते और बापू की तस्वीर को देखकर अपने हाल को देखकर तरस खाते.. यह है राष्ट्रपिता  महात्मा गांधी के पोते तुषार गाँधी | तुषार मुंबई के सान्ताक्रुज़ इलाके में रहते है और पिछले कई महीनो से साफ़ पानी के लिए तरस रहे है..... मुंबई को पानी सप्लाई करनेवाली  सभी झीले भरी होने के बावजूद इलाके में पानी दिन के कुछ घंटो के लिए उस समय आता है जब घर में कोई नहीं रहता.... पानी में गन्दगी और दुर्गन्ध ऐसा की बिना प्यूरीफायर के पीना और खाना बनाना मुस्किल...........................
 तुषार ने इस बात की शिकायत बी.एम्.सी. और स्थानीय नगरसेवक से की लेकिन जो जवाब मिला उसे सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा......... तुषार को जवाब मिला की झीले भरी होने के बावजूद पानी पूरी तरह से सप्लाई इसलिए नहीं किया जा सकता, क्यों की फ़ोर्स में पानी छोड़ने से ५० साल पुरानी पाईप लाइन फट जाएगी और सप्लाई ठप पड़ जायेगी  जो पाइप लाइन ब्रिटिशो ने बिछाई थी आज भी मुंबई उसी पर टिकी हुयी है , आजादी के बाद फिर प्रशाशन ने क्या किया ?
 तुषार इस बात को कहने में अब हिचकिचाते नहीं की ब्रिटिशो के कुछ सिस्टम आज से बहुत बेहतर थे........... गाँधी जी के विरोध प्रदर्शन के तर्ज पर लोगों को अपने हक़ के लिए एक दिन विरोध करना ही होगा....................
 

शनिवार, 28 अगस्त 2010

पुलिस वाले ने लगाया सैकड़ो पुलिस वालो को चुना

मुंबई पुलिस और पुलिस के परिवार वालो को एक बड़ा झटका लगा है ....मुंबई पुलिस को इसलिए झटका लगा है की उनके एक हेड कांस्टेबल और उसकी पत्नी को सैकड़ो लोगो के साथ फ्राड के मामले में गिरफ्तार किया गया और पुलिस के परिवार वालो को इसलिए झटका लगा क्यों की यह फ्राड किसी और के साथ नहीं पुलिस वालो के पत्नियों के साथ हुआ है....
पुलिस हिरासत में रहते हुए कांस्टेबल ज्ञानेश्वर जन सन्देश के कैमरामैन को मारने के लिए कैमरे की तरफ झपट्टा मारा .....यह व्यक्ति पुलिस हेड कांस्टेबल है ... करतूत सुनेंगे तो आप भी कहेंगे ...चोरी ऊपर से सीना जोरी ........ आरोपी ज्ञानेश्वर और उसकी पत्नी मीनाक्षी को सैकड़ो पुलिस कर्मियों की पत्नियों को चुना लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है दोनों ने मिलकर पुलिस कालोनी में रहने वाले सैकड़ो लोगों को अपने झासे में लिया और चिट फंड के नाम पर लाखो रुपये ऐठ लिए लोगों को वादा किया की उनके पैसे कुछ वर्षो में डबल हो जायेंगे हल्दी कुम फंड के नाम के तहत ५०० लोगो को सदस्य बनाया और लोगों से कई वर्षो तक जमकर रुपये ऐठे पुलिस के पास लगभग ४० लोगों की शिकायत आई है लेकिन जैसे जैसे लोगों को पता चल रहा है वह शिकायत दर्ज कराने पहुच रहे है अब तक चीटिंग का मामला ९ लाख ६८ हजार के आस पास है लेकिन पुलिस का मानना है की यह आकडा ३० लाख तक पहुच सकता है दोनों पति और पत्नी ऐसे लोगों को निशाना बनाते जिनके घर में देहांत हुआ हो या कोई रिटायर हुआ हो क्यों की देहांत और रिटायर्मेंट के बाद रुपये मिलते है पुलिस वाला होने के नाते और पुलिस कालोनी में रहने के नाते लोगो का विश्वास जीत लिया जब हमने पुलिस सोसायटी के घरो में जाकर पड़ताल की तो पता चला की ९० फ़ीसदी लोगों को चित फंड के नाम पर धोखा मिला है बुजुर्ग महिला ने अपनी दवाइयों के लिए हजारो रुपये जमा कराये थे पर जरुरत के समय ज्ञानेश्वर नाइक ने हाथ खड़े कर दिए महिला पुलिस कर्मचारी को सुनिए अब रोने के आलावा कुछ नहीं बचा स्वाती की तरह पुलिस कालोनी में कई महिलाओ को लाखो को चुना लगाया दरअसल महिलाए अपने पुलिस पतियों से छिपाकर महीने दर महीने हजारो रुपये कई सालो तक देती रही लेकिन जब पैसे माँगने जाते तो उन्हें पैसे न होने का जवाब मिलता किसी से हजार किसी के लाख हर कोई अपने आप को लूटा मान रहा है आरोपी को १९ अगस्त को गिरफ्तार किया गया और तब से यह पुलिस हिरासत में था लेकिन अब तक हेड कांस्टेबल पर पुलिस ने अपने विभाग की और से कोई कार्यवाई नहीं की है देखने वाले बात होगी की आम लोगों को न्याय दिलाने वाली पुलिस क्या अपने परिवार वालो को न्याय दिला पाएगी ......

बुधवार, 25 अगस्त 2010

यीशु मशीह के पैर से टपक रहा है पानी चमत्कार .....

मुंबई चकाला सिगरेट कंपनी के सामने दास होटल के पास यीशु मशीह की मूर्ति की स्थापना कई साल पहले हुयी थी आज यहाँ पर एक आश्चर्य जनक बात हुयी की यीशु के पैर से अचानक पानी टपकने लगा ....देखते ही देखते यह बात फ़ैल गयी और यहाँ पर श्रद्धालुयों की भीड़ जमा होने लगी ...सभी लोग इस पवित्र पानी को थैली कटोरे में लेन लगे तो कुछ लोग उस पानी को सर पर लगाने लगे .....कुछ लोगों का कहना है की इस जगह पर हमेशा कुछ न कुछ होता रहता है .................यीशु इस जगह से लोगों को कुछ सन्देश देना चाहते हैं कई श्रद्धालुवों का तो ये कहना था की यह जगह पावन है यहाँ से यीशु यह सन्देश देना चाहते हैं की यहाँ आकर सब लोग प्रार्थना करे जिससे सभी लोगों के दुःख दर्द का नाश हो ............

शुक्रवार, 20 अगस्त 2010

गडकरी ने साधा कांग्रेस पर निशाना

मुंबई के मुलुंड में उत्तर भारतीय मोर्चा द्वारा आयोजित सत्कार समारोह में गडकरी ने जमकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा की मैं माफी क्यों मांगू....एस पर तो कांग्रेस को सोचना होगा वो क्या कर रही है मैं पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ हु .......मैं किसी जात धर्म की खिलाफत नहीं करता ....लेकिन आतंकवाद का पूरी तरह से खिलाफत करता हु .....जिसने संसद पर हमला किया उस अफ़ज़ल गुरु की फांसी का मामला अभी तक कांग्रेस ने लटका कर रखा है ...अगर वह अन्दर दाखिल हो जाता तो सभी लोगों का काम तमाम हो गया होता ......मैं एक आम कार्यकर्त्ता से भाजपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष तक पहुच गया पर कांग्रेस में बैठे लोग मनमोहन सिंग ,प्रणव मुखर्जी और चिदंबरम कभी भी कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बन सकते .......कांग्रेस ने काश्मीर का नाश कर दिया है .......

बुधवार, 18 अगस्त 2010

श्रद्धा का अटूट बंधन

शिर्डी साईं बाबा के दर्शन के लिए रोजाना हजारों की तादाद में भक्त शिर्डी पहुँचते हैं. और रोजाना बाबा के भक्तो में इजाफा देखने को मिल रहा है ,शिर्डी के अलावा बाबा के जहां पर भी मंदिर होते हैं वहां पर भक्तो की तादाद देखने लायक होती है..... ऐसा ही कुछ दृश्य मुंबई से सटे भायंदर इलाके का है जहां पर बाबा के भक्त दर्शन के लिए पहुँचते हैं ......ख़ास बात इस मंदिर की ये है की इस मंदिर में भक्तो के साथ साथ कुत्ता भी बाबा के दर्शन के लिए रोजाना पहुंचता है ..
साईं बाबा की कहानी की बात की जाए तो, बताया जाता हैं की बाबा को कुत्तो से बहुत प्रेम था जहां भी बाबा जाते थे वहां पर कुत्ता उनके साथ रहता था ....इस मंदिर में भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिल रहा है जहां पर भक्तो के साथ साथ दर्शन के लिए कुत्ता भी रोजाना पहुंचता है ..... इस मंदिर में सुबह और शाम को आरती की जाती है और इस आरती में कुत्ता मौजूद रहता है .....आरती के दौरान कुत्ते के गले में हार पहनाया जाता है और ये कुत्ता पूरे आरती के दौरान बड़े श्रद्धा के साथ वहां मौजूद रहता है ........आरती जब भी शुरू होती है तो कुत्ता वहां पहले ही आ जाता है ........

 इस नज़ारे को देखते हुए ये लगता है की आज भी बाबा जानवरों से कितना प्यार करते हैं .....आरती के दौरान कुत्ता इतने जोर दार तरीके से भौंकता है ,जब तक आरती चलती रहती है तब तक ये कुत्ता भौंकता ही रहता है....... ..ये बताया जा रहा है की इस मंदिर में सबसे पहले प्रसाद इसी कुत्ते को दिया जाता है और उसके बाद ही बाकी भक्तो को वाकई इस नज़ारा को देखने के बाद ये साफ़ हो जाता है की आज भी बाबा और उनके भक्तो में कितना प्रेम है .....ये प्रेम पहले भी था और आज भी है ये...............

इस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर टैंकर पलटा

मुंबई के इस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर घाटकोपर के नजदीक केमिकल से भरा टैंकर पलट जाने से अफरा तफरी मच गयी क्यों की टैकर में अति ज्वलनशील केमिकल जाइलिन भरा हुआ था जो सडक पर बिखर गया है इस्पर्ट की टीम और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुच कर बचाव कार्य सुरु कर दिया ...थोड़ी देर के लिया इस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे जाम हो गया ...इससे कुछ रास्तो को बदल दिया ..अभी हालत सामान्य है और टैंकर के ड्राईवर को गिरफ्तार कर लिया गया है ..यह टैंकर तेज गति से होने की वजह से डीवाइडर से टकरा गया जिसकी वजह से टैंकर पलट गया ....यह टैंकर गुजरात से आ रहा था ....

चट्टान गिरने से १ की मौत ४ घायल

मुंबई घाटकोपर असल्फा विलेज खाड़ी नंबर ३ में पहाड़ की चट्टान खिसकने से हड़ंकप मच गया है. घाटकोपर और साकीनाका के बीच असल्फ़ा इलाके में पहाड़ का एक हिस्सा टूट कर नीचे आ गिरा......जिसमें १ की मौत हो गयी और ४ लोग घायल हो गए उनको अस्पताल में भर्ती किया गया है मौक़े पर फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ़ के अलावा स्थानीय पुलिस और बीएमसी की डिज़ास्टर मैनेजमेंट की टीमें राहत और बचाव के काम में जुटी हुई हैं. .......

 दोपहर क़रीब डेढ़ बजे हुए इस हादसे में दर्जन भर झोपड़ियां दब गईं. अभी तक एक आदमी के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 3 लोगों के फंसे होने का अंदेशा है.

यहां तक पहुंचने के रास्ते काफी संकरे हैं जिससे राहत के काम में ख़ासी दिक्कत आ रही है........ इस इलाके में हर बारिश के मौसम में चट्टान खिसकने की घटना होती रहती है ....सितम्बर २००५ में इसी इलाके में चट्टान खिसकने से ७८ लोगों की मौत हो गयी थी .....४ सितम्बर २००९ को भी इसी इलाके में चट्टान खिसकी थी जिसमें १० लोगों की मौत और २५ लोग घायल हुए थे ....फिर भी शासन प्रशासन अपनी आँखें बंद कर इन हादसों को मूक दर्शक बन कर देख रहा है........

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ठाणे के कलवा में ३ मंजिला इमारत का हिस्सा गिरा

 मुंबई से सटे ठाणे जिले के कलवा में सोनू बाई भवन का एक हिस्सा गिर जाने से ४ लोगों की मौत हो गयी है और ५ घायल हो गए हैं ..अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है ....राहत का कार्य जारी है मलवा हटाया जा रहा है ............
 इस इमारत को खतरनाक घोषित कर दिया गया था इसमें कुल २१ परिवार रहते थे कुछ लोग इसे खाली कर के चले गए थे अभी भी इसमें ९ परिवार रह रहे थे ..रास्ता संकरा होने के कारन राहत कार्य में अड़चन आ रही है फायर ब्रिगेड के लोग अपना कार्य मुस्तैदी से कर रहे हैं ......

सोमवार, 16 अगस्त 2010

राज ठाकरे ने मराठी माणूस से समर्थन माँगा...

 मराठी फिल्मों के शो प्राइम टाइम पर चलाने को लेकर शनिवार को मुंबई में मल्टीप्लेक्स के बॉक्स ऑफिस पर लोगों ने पथराव किया था .... अब इस मामले की कमान खुद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने अपने हाथों में ले ली है..... उन्होंने मुंबई के मल्टीप्लेक्स मालिकों को धमकी देते हुए कहा है कि उन्हें प्राइम टाइम पर मराठी फिल्मों के शो चलाने ही होंगे.....इसी मुद्दे पर आज राज ने बांद्रा पूर्व के MIG क्लब में मराठी निर्मातावों की बैठक की .......
 इस मामले पर चर्चा करने के लिए मराठी निर्माताओं की आज बैठक बुलाई गई है..... मल्टीप्लेक्स मालिकों को धमकी देते हुए उन्होंने कहा कि उनका अहंकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा..... राज ने कहा कि मराठी में भी अच्छी फिल्में हैं... महेश मांजरेकर की मी शिवाजी राजे भोसले बोल्तोये ने 8 करोड़ की कमाई की थी.......
.मराठी फिल्म जगत के जाने माने अभिनेता निर्माता निर्देशक महेश मांजरेकर मौजूद थे ..महेश का कहना है की मल्टीप्लेक्स में मराठी फिल्म देखने के लिए पहले मराठी लोग ही जमा नहीं होतें हैं ...साथ ही उन्होंने कहा की मराठी फिल्मों में आज कल तकनिकी काम सही तरीके से नहीं हो पा रहा है जिसके चलते लोगो की रूचि अब कम होती जा रही है.............जिस पर राज ठाकरे ने भी साफ़ कह दिया है की यदि ऐसी कुछ बातें हैं तो वे मराठी लोगो से अपील करेंगे की मराठी फिल्मे देखने के लिए अपना रूचि कायम रखें ......लेकिन इस पूरे मामले में राज ठाकरे को पहले ये पता कर लेना चाहिए था की इस मामले में मल्टीप्लेक्स का क्या दोष है जिसके लिए उन्होंने धमकी दी साथ ही उनके जगहों पर जाकर तोड़ फोड़ भी की......................

रविवार, 15 अगस्त 2010

राष्ट्र ध्वज तिरंगा .....गरीब भूखा नंगा

डॉo एस. राधाकृष्णन ने राष्ट्र ध्वज के तीन रंगों और अशोक चक्र की प्रतीकात्मक व्याख्या करते हुए -भगवे रंग को त्याग का प्रतीक मानते हुए, राजनेताओं को भौतिक लाभ का लोभ त्याग कर पूरी निष्ठां से देश सेवा की नसीहत दे डाली...... मध्य के सफ़ेद रंग को सच्चाई का प्रतीक मान कर अपने आचरण में पारदर्शिता और सच्चाई लाने को कहा..... हरे रंग को देश की हरियाली का प्रतीक मानतेहुए लोक हित में प्रगति का बीजारोपण करने का संदेश दिया। अशोक चक्र को.......

कानून के राज्य और निरंतर प्रगति का प्रतीक माना गया....तिरंगे के तीनो रंगों की मूल भावना के तिरस्कार की आज होड़ लगी है -हमारे देश को प्रगति पथ पर ले जाने वालों के बीच..... हमारे राजनेताओं द्वारा पिछले ६३ सालों से देश की गरीब जनता की खून पसीने की कमाई को इस कद्र लूटा की आज दुनिया केसबसे गरीब देश के सबसे अमीर चोरों का काला पैसा स्विस बैंकों में १४ ख़राब डॉलर का आंकडा पार कर गया है.... यह है बापू के बेटों की त्याग भावना का प्रमाण ........
आज हमारे देश को किसी सच्चे और इमानदार देश भक्त की सख्त जरुरत है जो इन सभी कर्मों से परे होकर देश को उन्नति के राह पर ले जाये ...और सभी जात धर्म को समान आदर करे ..आवो हम इस पवन पर्व पर कसम लें की देश की उन्नति प्रगति के लिए हम सब मिल कर काम करे .....

शुक्रवार, 13 अगस्त 2010

चाचा ने भतीजी के प्यार में अँधा होकर भतीजी का की हत्या

अपनी ही भतिजी से एक तरफा प्यार करने वाले चाचा ने कल प्यार में अपने आपको असफल होता देख, भतिजी की चाकु से वार करके हत्या कर दी... भतीजी की हत्या करने वाले चाचा ने फिर अपने दोनो हाथो की नसो को काटकर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन उससे बचा लिया गया है और उसका मुंबई के जीटी अस्पताल में इलाज चल रहा है....
अजय डोगरसिंह नामक युवक को को अपनी भतिजी किरण से से प्यार हो गया था, यह बात जब घर के लोगो को पता चली तो घर वालो ने अजय को काफी डांटा था.... कल दोपहर को किरण घर में अकेली थी काम कर रही थी उस समय अकेला देखकर अजय ने किरण से प्यार का इजहार किया और मना करने पर चाकुओं से वार करके उसकी हत्या कर दी.... हत्या करने के बाद अजय ने अपनी हाथो की नसो को काट लिया और दिवार पर किरण लिख डाला था.... अजय की पत्नी का एक साल पहले निधन हो गया था उसके 2 लडके थे जो नाना-नानी के पास रह रहे थे.... पत्नी के निधन के बाद से वो दिमागी तौर पर परेशान था किरण से एक तरफा प्यार करने लगा था.... प्यार में अपने आपको असफल होता देख उसने इस तरह की हरकत की......... अजय फिलहाल मुंबई के जीटी अस्पताल में भर्ती है उसको ठीक होते ही पुलिस उसको हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लेगी..... यह घटना है मुंबई के पोश इलाका मालाबार हिल का है इलाके की जहां पर डोगरसिंह परिवार के पांच मकान है और इस घटना के बाद वहां पर मातम छाया हुआ है.....

ताज की नयी मुस्कान.

विश्व का सबसे खूबसूरत होटलों में से एक मुम्बई का ताज होटल का सभी मंजिल फिर से चमक उठा है...२६/११ आतंकी हमले में ताज होटल का चौथा , पांचवां और
छठां मंजिला पूरी तरह से तहस नहस हो गया था लेकिन आज इस का सभी मंजिल मुस्कुराते हुए लोगों का स्वागत करने तैयार है...इस हमले के ठीक एक साल बाद इस होटल का पहला और दूसरा मंजिला लोगों के लिए खुल गया था...और आज ताज को नयी मुस्कान मिल गई है...ये होटल अब पूरी तरह से चमक रहा है...हम आपको बता दें की इस होटल का चौथा, पांचवा और छठी मंजिल आतंकवादी गतिबिधियों के कारण काफी नुकसान हुआ था जिसकी मरम्मत में ५०० करोड़ रुपये लगे है...बताया जा रहा है की इन मंजिलों हुबहू बनाने के लिए दक्षिण भारत से लाये गये लकड़ों का इस्तमाल किया गया है...
बहराल जो भी हो आज ताज सही मायने में चमक रहा हैं....और अब ये ताज १५ अगस्त को आम जनता के लिए खुल जाएगा....

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८०० टन तेल का नुकसान

शनिवार को हुए चित्रा जहाज मामले में अब तक ८०० टन तेल का नुकसान हुआ है जो की ज़्यादा नहीं है...ये हम नहीं कह रहे है ...ये कहना है शिपिंग के डायरेक्टर गेनेराल के. सुब्रमनियम का..अरब सागर में हुए जहाज टक्कर मामले में आज मुंबई में केंदीय मंत्री जी.के.वासन और राज्य मंत्रियों की बैठक हुई जिसमे पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवरा शामिल हुए ...इस बैठक के दौरान केंद्रीय शिपिंग मंत्री जी.के.वासन ने कहा की आज ९ जहाओं को मुंबई से जे.एन.पी.टी. रवाना किया गया और बाहर से ६ जहाज मुंबई आये ...


 इस मामले में अभी जांच जारी है ...आकड़ों की और जानकारी देते हुए शिपिंग के डायरेक्टर गेनेराल के. सुब्रमनियम ने बताया है की अब तक चित्रा जहाज से ८०० टन घातक रसायन समुन्दर में फ़ैल गया है जो ज़्यादा नहीं है....

वही इस मामले में मुरली डोरा ने साफ़ साफ़ केह दिया की ये कोई बड़ी खबर नहीं है....
 इस पूरे मामले में कई लोगों का नुकसान हुआ है खासकर बात करे मछुवारों की तो वे अपने व्यवसाय को लेकर घाटे में जा रहे है....और समुन्दर किनारे घरों में ज़हरीला तेल घुस आया है..कई मंग्रोव ख़राब हो चुके है...अब इलाकों का ये हालत देखकर क्या कहे....क्या मुरली देवरा का बयान सही है...????





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गुरुवार, 12 अगस्त 2010

मुंबई मेंऑटोरिक्शा और टैक्सी चालकों का बहिष्कार असफल

मनमाना किराया वसूले जाने के खिलाफ मुंबई में ऑटोरिक्शा और टैक्सी चालकों का बहिष्कार करने के लिए गुरूवार को शुरू किया गया अभियान असफल रहा है, क्योंकि ज्यादातर लोगों के पास यात्रा के अन्य साधनों का विकल्प नहीं है.......

मुंबई के लोगों ने विज्ञापन एजेंसी के तीन कर्मचारियों द्वारा शुरू किए गए इस आंदोलन को हालांकि पूरा समर्थन दिया था लेकिन जिन लोगों के पास अपने वाहन नहीं हैं उन्हें ऑटो या टैक्सी का ही सहारा लेना प़डा है..............

मुंबई में रहने वाले लोग सही मायने में इन लोगों की मनमानी से पूरी तरह से त्रस्त हैं ...फिर भी मजबूरी है की करे तो करें क्या .....सभी लोगों का यही कहना है की ,बसों के लिए लगने वाली लाइन बहुत लंबी होती हैं। दफ्तर सही वक्त पर पहुँचाना है तो रिक्शा करना प़डता है कई लोगों का यह भी कहना है की , शाम को बस से घर जाया जा सकता है , लेकिन सुबह देर होने के डर से ऎसा नहीं हो सकता......... कुछ लोगों ने छोटी दूरी के लिए पैदल चलना ही उचित समझा......

सोतेली माँ बेटी पर ढाया कहर

मुंबई के मालवनी इलाके में एक 14 साल की बच्ची पर उसकी सौतेली मां ने इस कदर जुर्म ढाया...कि बच्ची के हांथ- पांव तक जला डाले...इस 14 साल की बच्ची का नाम शगुफ्ता खान है...और उसके आंकों से बहनेवाली आंसू खुद उस पर हुये जुल्म की कहानी कहते है...।


ये आँखें है...14 साल की उसी शगुफ्ता खान की...जिस पर उसकी सौतेली मां ने इस कदर जुल्म ढाया कि ये मासूम बच्ची अब हंसना तक भूल गयी है....शगुफ्ता की आँखों से लेकर...गले...उसके हांथ...और पांव पर पड़े छाले उस पर हुये एक – एक जुल्म की कहानी और दिखाई देते ये दर्दनाक जख्म एक ऐसी कहानी कहते है...जिसे सुनकर एक मां का दिल दहल जायेगा...क्या आप सोच सकते है..कि एक सौतेली मां...अपने सौतेले बच्ची के साथ...इस कदर जुल्म कर सकती है...लेकिन ऐसा हुआ है....और मुंबई के माहिम इलाके में हुयी इस सनसनी खेज वारदात ने पुरी मुंबई का दिल दहला दिया है.....आप जरा गौर से सुनिया कि शगुफ्ता की सौतेली मां उस पर किस कदर जुल्म करने के लिये...शगुफ्ता पर कभी मोटे डंडे....तो कबी गर्म दूध...तो कभी.....गर्म दाल....तो कभी गर्म छुरा...तो कभी गर्म कूकर से उसे जला देती थी....और सुबह 9 बजे से लेकर रात 12 बजे तक एक बंद कमरे में इसे बंद कर देती ताकि.....शगुफ्ता अपना दर्द किसी को बता ना सके....।

शगुफ्ता पर हुये जुल्म की कहानी यही खत्म नहीं होती....जब कभी पास- पडोस वाले इस दर्द नाक केल को रोकतने की कोशिश करते तो...शगुफ्ता की सौतेली मां उन्हें भी गाली – गलौच कर भगा देती...और शगुफ्ता को इस कदर डराकर ऱका था...कि वो पुलिस में भी ना जा सके...एक बार तो शगुफ्ता को जलाने के बाद...किसी को इस बारे में पता ना चले...इसलिये एक डॉक्टर के पास शगुफ्ता को बुरका पहनाकर इलाज के लिये ले गये..और धमकी भी दी..कि वो इस बारे में किसी से कुछ कहे नहीं....।

 लगातार पिथले दो महीने से मुंबई के माहिम इलाके में शगुफ्ता पर इसी तरह उसकी सौतेली मां उस पर जुल्म ढाती रही...लेकिन जुल्म की इंतहा बढ़ते देख...एक दिन डर के मारे..पहले तो शगुफ्ता की सौतेली मां घर से फरार हो गयी...उसके बाद ये बच्ची किसी तरह मुंबई के मानवनी इलाके में अपनी दादी के पास रहने चली आयी...और अपने उपर हुये जुल्म की सारी दास्तान अपनी दादी को बता दी...दादी के मुकाबिक उसलके पिता का नाम शरीफ खान है..चो एक नंबर का छटा हुआ बदमाश है....जिसकी कई शिकायतें मालवनी पुलिस थाने में दर्ज है..अब दादी चाहती है..कि उसकी पोती पर हुये बेइंतहा जुल्म की उसके सौतेली मां और पिता को उसकी शकख्त से शख्त से सजा मिले...।

 14 साल की शगुफ्ता पर हुये उसके सौतेली मां के अत्याचार की दर्दनाक कहानी माहिम पुलिस थाने में बतौर शिकायत दर्ज करा दी गयी है...चुंकि बच्ची पर जुल्म ढाटे जाने का सिलसिला पिछले 2 महीनों से चल रहा था...इसलिये पुलिस अब मेडिकल रिपोर्ट कराने से हिचकिचा रही है....इसलिये पुलिस ने सलाह दी कि अब बच्ची को दादी के पास रखा जाये...।

  इस पुरे मामले में एक और बात खुलकर सामने आ रही है...कि जिस सौतेलवी मां ने अपनी सौतेली बेटी के साथ इतना दर्दनाक केल खेला है...उसकी माहिम इलाके में काफी ढौंस है...और शगुफ्ता के दादी के परिवारवालों से मिली जानकारी अनसार...इसकी सौतेली मां पेसे से चरस...गांजा और लड़कियों को सप्लाई करने के दंदे में बी इन्वॉल्व है...।

नाबालिक लडकी की रहस्मय मौत

मुंबई के साकीनाका इलाके मे एक 17 साल की लङकी की सुषमा पांङे की गुमशुदगी और फिर उसकी मौत से इलाके के लोग सन्न है.... एक प्राइवेट कंपनी मे काम करने वाली सुषमा 7 अगस्त को काम पर गई लेकिन घर वापस नही आई.... घरवालो ने रात भर उसे ढूंढा लेकिन वो जब नही मिली तो घरवालो ने उसके दफ्तर मे जाकर खोजबीन की.... लेकिन वो वहां भी नही मिली फिर उन लोगो ने पुलिस मे उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई.. दो दिन बाद सुषमा का बॉस सुशील शर्मा उसे लेकर लङकी की मां के पास पहुंचा... जिस वक्त लङकी अपने घर पहुंची उस वक्त लङकी की तबियत खराब थी जिसकी वजह से लङकी को तुरंत अस्पताल मे भर्ती करवाया गया.... अगले ही दिन लङकी की मौत हो गई... सुषमा के घरवालो का आरोप है कि उसके बॉस ने ही उसे अगवा किया था और उसे जहर खिलाकर मार ङाला... पुलिस का कहना है कि वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है उसके बाद वो मामले की तफ्तीश मे जुट जायेगी...

महाराष्ट्र सरकार की लक्जरी बस यात्रा

महाराष्ट्र सरकार द्वारा सस्ती दर पर लक्जरी यात्रा का शुभारम्भ प्रदेश के परिवहन मंत्री आर.के.विखे पाटिल द्वारा की गयी, मुंबई के प्रदेश परिवहन कार्यालय पर हुए इस समारोह में बोलते हुए पाटिल ने बताया की निजी वाहनों से यात्रा लोगो को काफी महँगी पड़ती है, अब सरकारी बेस लोगो को कम खर्चे पर उपलब्ध होगी, इस अवसर पर विभाग के वरिष्ट अधिकारी भी उपस्थित थे, अब देखना ये है सरकार की ये लक्जरी बेस आम लोगों के लिए कितनी उपयोगी साबित होती हैं,

एक और दुलहन चढ़ी दहेज़ की बली....

जिंदगी में रुकैया ने कभी ये भी नहीं सोचा होगा की दहेज़ की खातिर उसको जलाकर मार दिया जायेगा .....जी हाँ हम बात कर रहे हैं २५ वर्षीया रुकैया की .....जिसे दहेज़ के लोभियों ने मौत के घाट उतार दिया ....दिल दहला देने वाली यह घटना मुंबई के जुहू गली का है .......


 मालाड मलवानी का वही इलाका है जहाँ पर रुकैया का बचपन गुजरा था और आज यही से उसका जनाजा उठ रहा है .....वैसे तो बहुत पहले से ही हमारा समाज दहेज़ प्रथा के खिलाफ है ...पर आज भी रुकैया जैसी कितनी मासूमों को दहेज़ के लिए जान गवानी पड़ रही है .....कभी अपने जीवन की हसीन सपने देखने वाली रुकैया आज कभी नहीं टूटने वाली नींद में सो गयी है .....जिंदगी ने भले ही उसे ठुकरा दिया पर मौत ने उसे गले लगा लिया .......करीब ढाई साल पहले बड़ी धूम धाम से उसके भाईयों ने अँधेरी के जुहू गली में रहने वाले जावेद से उसका निकाह किया था .....भाईयों ने कभी सोचा नहीं था की जहाँ पर उसके बहन की डोली जा रही है वहा से उसका जनाजा आएगा .......रुकैया ने अपने माता पिता को कई बार फोन करके सूचना दी थी की उसका पति जावेद उसको दहेज़ के लिए प्रताणित करता है ...और मारता पिटता है जिसके चलते उसके माता पिता ने इस मामले को कई बार सुलझाने की कोशिश भी की थी पर रुकैया को उसके ससुराल वालों द्वारा प्रताणित करने का सिलसिला जारी रहा ...और देखते ही देखते रुकैया की जीवन लीला ही समाप्त हो गयी .......


 दहेज़ हत्या का मामला ड़ी यन नगर पुलिस ने दर्ज कर लिया है ...और आगे की तहकीकात कर रही है ....हमारे वरिष्ठ संबाद दाता विजय कुमार यादव ने जब पुलिस स्टेशन जाकर बात करने की कोशिश की तो कोई भी अधिकारी कैमरे पर कुछ कहने से इनकार कर कर दिया रुकैया का पति जावेद अपने हाथ पर किसी से वार करके अस्पताल में भर्ती हो गया है और पूरा परिवार फरार हो गया है ......अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुयी है .......ऐसे में अब आवाज उठाने लगी है की रुकैया के हत्यारों की गिरफ़्तारी कब होगी ....

जहरीला पानी का ज़हरीला असर.

मुंबई के समंदर में दुर्घटना हुई चित्रा जहाज के ज़रिये जो केमिकल फ़ैल रहा है जिससे पानी में पलने वाले जीव जंतुओं और पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड रहा है... इसी के साथ इस केमिकल का असर समुन्दर किनारे बेस गाव में भी देखने को मिल रहा है...खेती का मौसम होने के कारण और इस तरह की आपदा के बाद फसल पर भी बुरा असर देखने को मिल रहा है.....

बुधवार, 28 जुलाई 2010

हादसों की गर्द से ख़ुद को बचाने के लिए

हादसों की गर्द से ख़ुद को बचाने के लिए




माँ ! हम अपने साथ बस तेरी दुआ ले जायेंगे





हवा उड़ाए लिए जा रही है हर चादर



पुराने लोग सभी इन्तेक़ाल करने लगे





ऐ ख़ुदा ! फूल —से बच्चों की हिफ़ाज़त करना



मुफ़लिसी चाह रही है मेरे घर में रहना





हमें हरीफ़ों की तादाद क्यों बताते हो



हमारे साथ भी बेटा जवान रहता है





ख़ुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे



माँ तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे





जब भी देखा मेरे किरदार पे धब्बा कोई



देर तक बैठ के तन्हाई में रोया कोई





ख़ुदा करे कि उम्मीदों के हाथ पीले हों



अभी तलक तो गुज़ारी है इद्दतों की तरह





घर की दहलीज़ पे रौशन हैं वो बुझती आँखें



मुझको मत रोक मुझे लौट के घर जाना है





यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा



ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा





स्टेशन से वापस आकर बूढ़ी आँखें सोचती हैं



पत्ते देहाती रहते हैं फल शहरी हो जाते हैं

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पूछते हो तो सुनो कौन हू मै

पूछते हो तो सुनो कौन हू मै


चन्द सिमटे हुए अशार् हू मै

सिर्फ़ तारीफ़ से यहा कुछ नही होता

आपकी दुआओ का तलबगार् हू मै

बयान्-ए-दिल पेश करता हू जब

लोग कहते है दिल-ए-बीमार हू मै

बोलू अगर खरा तो हू शमशीर

और अगर लिख डालू तो तलवार हू मै

तारीफ़ करने पर अगर उतर आऊ कभी

तो गुलफ़ाम हू मै, गुलज़ार हू मै

जज़्बात को सवारना जानता हू बहुत खूब

शायरी का सरताज हू, शहकार हू मै

लफ़्ज़ो से यू खेलना सबको नही आता

मुझे आता है, समझदार हू मै

है और भी खासियते मेरी दोस्तो

मिलो, बताने को तैयार हू मै.

क्या लिखूँ

कुछ जीत लिखू या हार लिखूँ

या दिल का सारा प्यार लिखूँ ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰

कुछ अपनो के ज़ाज़बात लिखू या सापनो की सौगात लिखूँ ॰॰॰॰॰॰

मै खिलता सुरज आज लिखू या चेहरा चाँद गुलाब लिखूँ ॰॰॰॰॰॰

वो डूबते सुरज को देखूँ या उगते फूल की सान्स लिखूँ

वो पल मे बीते साल लिखू या सादियो लम्बी रात लिखूँ

मै तुमको अपने पास लिखू या दूरी का ऐहसास लिखूँ

मै अन्धे के दिन मै झाँकू या आँन्खो की मै रात लिखूँ

मीरा की पायल को सुन लुँ या गौतम की मुस्कान लिखूँ

बचपन मे बच्चौ से खेलूँ या जीवन की ढलती शाम लिखूँ

सागर सा गहरा हो जाॐ या अम्बर का विस्तार लिखूँ

वो पहली -पाहली प्यास लिखूँ या निश्छल पहला प्यार लिखूँ

सावन कि बारिश मेँ भीगूँ या आन्खो की मै बरसात लिखूँ

गीता का अॅजुन हो जाॐ या लकां रावन राम लिखूँ॰॰॰॰॰

मै हिन्दू मुस्लिम हो जाॐ या बेबस ईन्सान लिखूँ॰॰॰॰॰

मै ऎक ही मजहब को जी लुँ ॰॰॰या मजहब की आन्खे चार लिखूँ॰॰॰



कुछ जीत लिखू या हार लिखूँ

या दिल का सारा प्यार लिखूँ ॰॰॰॰॰॰॰॰

रविवार, 20 जून 2010

किताबो के पन्ने पलट के सोचता हूँ

किताबो के पन्ने पलट के सोचता हूँ


यू पलट जाय मेरी जिंदगी तो क्या बात है

ख्याबों में जो रोज मिलते है

जो हकीकत में आये तो क्या बात है

कुछ मतलब के लिए ढूढ़ते है सब मुझको

बिन मतलब जो आये तो क्या बात है

कत्ल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा

कोई बातो से ले जाये तो क्या बात है

जो शरीफों की शराफत में बात न हो

एक शराबी कह जाये तो क्या बात है

अपने रहने तक तो ख़ुशी दूंगा सबको

जो किसी को मेरी मौत पे ख़ुशी मिल जाये तो क्या बात है ..





नमस्कार,प्यारे दोस्तों-मैं कच्चे-पक्के रास्तों,से जुड़े मकानों वाले एक छोटे से जिले आजमगढ़ ,के सगड़ी तहसील ग्राम चंगईपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला हू
मैं जब बोलने में तुतलाया करता था और लिखने के नाम से घबराया करता था तब भी सोचता बहुत था,और आज भी ये हरकत नहीं जाती
{उफ्फ,अभी भी छोटा ही हूँ,बड़ी सोच हुई है}

बहुत सोचा लिखा भी बहुत जब मेरे यार दोस्त खेलने जाते थे तो मैं कागज़ पेन लेकर छत पे चढ़ लोगो की ज़िन्दगी और समाज के वसूले को समझा करता था. 12 सालों से दोस्ती है मेरी मेरे ख्यालों से और इस दोस्ती को जोड़कर रखते हैं मै उसी समय से सोचता था की मैं भी पत्रकार बन जाऊँगा,मैंने ज़िन्दगी जी है जितनी भी जी है बड़े शौक और इत्मिनानसे जी है लोग-बाग़ रोज़मर्रा को कहानी की तरह कुछ यूँ ही कुछ बोलचाल की भाषा में डायरी में लिखते हैं मैं भी यही करता हूं पर मैं कभी उन्हें कहानी नही समझता,उसे तो मै असलियत कहता हू समाज की , लिखता हू और आवाज़ बनने की कोशिश करता हू शोषित और पीडित लोगो की,इस कार्य में कितनी सफलता मिलेगी मुझे ये तो आने वाला वक़्त ही बतलायेगा,फिलहाल आइये हम सब मिलकर ऐसे लोगो की सहायता करे जिन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर दिया जाते है..







काले बादल से धुल जाये ,वह मेरा इतिहास नहीं..

मेरी बुल बुल चहका करती उस बगिया में

जहाँ सिर्फ पतझड़ आता मधुमास नहीं..





हम बुरे हैं अगर तो बुरे ही भले अच्छा बनने का कोई इरादा नही गर लिखा है तो फिर साथ निभ जाएगा वरना इसको निभाने का वादा नही...... क्या सही क्या ग़लत सोच का फेर है एक नज़रिया है ये जो बदलता भी है एक सिक्के के दो पहलुओं की तरह फ़र्क इनमें भी कुछ ज्यादा नहीं.. कुछ भी समझे समझता रहे ये जहाँ हम भी खुद को बदलने नही जा रहे हम बुरे हैं भले हैं जैसे भी हैं हमने ओढ़ा है कोई लबादा नहीं.....



चेहरे बदलने का हुनर मुझमे नहीं ,

दर्द दिल में हो तो हसँने का हुनर मुझमें नहीं,

मैं तो आईना हुँ तुझसे तुझ जैसी ही मैं बात करू,

टूट कर सँवरने का हुनर मुझमे नहीं ।

चलते चलते थम जाने का हुनर मुझमे नहीं,

एक बार मिल के छोड जाने का हुनर मुझमे नहीं ,

मैं तो दरिया हुँ , बहता ही रहा ,

तूफान से डर जाने का हुनर मुझमे नही



ज़िन्दगी मौत न बन जाए संभालो यारो,

मुश्किलों में है वतन खो रहा चैनो -अमन..

जी हाँ सही पढ़ी आपने ये पंक्तिया..आज रोजाना कहीं न कहीं बम के धमाके,तो कहीं किसी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते अपने ही लोग हर जगह नज़र आ जायगे..कहीं मज़हब तो कहीं तू बड़ा की मै बड़ा की भावना लोगो को आपस में लड़ा रही है..आतंकवाद दहसत गर्दी रोजाना नए लिबास पहन कर हमारे सामने आ जाती है..कभी कोई मुस्लिम पकडा जाता है तो कभी कोई हिन्दू,आखिर ऐसा कब तक चलेगा..क्यु भारत माता के अपने ही सपूत देश की शांति,एकता और अखंडता को तोड़ना चाहते है,क्या इसीलिए आजाद ,भगत और अशफाक ने भारत को आजाद करवाया था,क्या यही सियासत का असली चेहरा है जो हम नादाँ भारतवासियो को आपस में लड़वाना चाहती है..

इस नाजुक मौके पर हम युवाओ का कर्तव्य ही नही अपितु धर्म बनता है की ऐसे लोगो की पहचान कर के अपने ह्रदय को सच को पहचाने के काबिल बनाना होगा..ताकि किसी के प्रति हम बैर की भावना को पनपने न दे..

जय हिंद..



कुछ दूर हमारे साथ चलो..

हम अपनी कहानी कह देंगे..

समझे न जिसे तुम आँखों से,

वो बात ज़ुबानी कह देंगे..

विजय कुमार लालचन्द यादव

गुरुवार, 3 जून 2010

मनसे ने की एन एम् कालेज में तोड़ फोड़

मनसे की गुंडा गर्दी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है आज उसके एक कार्यकर्त्ता ने कुछ अपने समर्थको के साथ एन एम् कालेज में तोड़ फोड़ की मौके पर पुलिस आ धमकी और काबू पा लिया पुलिस के आते ही मनसे के लोग भाग गए ..........पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है

 एन एम् कालेज के प्रबंधन ने सभी छात्रों की मीटिंग लेकर कहा था की परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम ७० प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है कुछ छात्रों की उपस्थिति इससे कम थी एस लिए प्रबंधन ने उन्हें परीक्षा देने के लिए आना कानी किया और छात्रों के अभिभावकों के साथ भी मीटिंग की लेकिन कुछ नतीजा नहीं निकला इसके बाद आज एक अपने को मनसे का कार्यकर्त्ता बताकर प्रिंसपल के पास आया और इसी मुद्दे पर बात की पर उसकी बात को भी प्रिंसपल ने अनसुनी कर दी जिससे वह कुछ लोगो के साथ मिल कर एक कम्पूटर और गिलास तोड़ दिया






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मनपा ने किया मानसून से निपटने की तैयारी

मुंबई में बरसात होने में कुछ ही दिन रह गये हैं. बरसात से निपटने के लिए महानगर पालिका ने कई योजनाएं तैयार कर ली हैं जिसकी जानकारी मनपा कमिशनर स्वाधीन क्षत्रिय ने दी......... हर साल की तरह इस साल भी मनपा मानसून आने के पहले अपनी पूरी तैयारी कर ली है उसी तर्ज पर आज मनपा ने अपनी पूरी तैयारी कर ली मानसून का आगमन होने वाला है मानसून आने के पहले सभी नाले गटर के साथ साथ पहाड़ियों पर बसे लोगों को भी एहतियात बरतने को कहा है हर स्थिति से निपटने के लिए मनपा पूरी तरह सुसज्ज हो गयी है और अगर किसी प्रकार का भी आंधी तूफान आये उससे निपटने के लिए मनपा अपनी तरफ से पूरी तरह से सक्षम होगी

 तपते गर्मी से निजात पाने के लिए मुम्बई वासी मानसून का इन्तजार कर रहे हैं ....... गर्मी कि तपिश से मानसून अगर सही वक़्त पर आ जाये तो मुंबई के लोगों को गर्मी से निजात मिल सकती है ......मुंबई के लिए मानसून अपने साथ कई परेशानिया भी लाता है ........जिससे निबटने के लिए मनपा से लेकर एमएमआरडीए, म्हाडा, रेल्वे, बीपीटी व अन्य एजेंसिया बडे पैमानी पर तैयारियां करती हैं फिर भी , मानसून की मार शहर कि ब्यवश्था को चरमरा देती है ...........मुंबई की लाईफ लाईन कही जाने वाली लोकल ट्रेन के साथ बेस्ट की बसों का चलना भी कभी कभी मानसून ठप्प कर देता है..........., इसके अलावां कभी भी अचानक बिजली गुल होकर और परेशानी खडी कर देती है....... और अपने साथ कई बरसाती बीमारियाँ और उनसे होने वाली मौतों के अलावा पहाडी खिसकने , पानी मे दुबने शार्ट सर्किट और सडक दुर्घटना से होने वली मौतों कि संख्या भी बढ जाती है ........ यूं तो ये सब , नैसर्गीक है इन सबसे निपटने के लिए मनपा पूरी तरह से सुसज्ज हो गयी है
ओवर मनपा ने सभी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस विभाग से लेकर आर्मी ,एयरफ़ोर्स, एस आर पी ऍफ़ . नेवी को किसी तरह की आपदा से निपटने के तैयार रहने की सूचना दे दी है इसी के साथ मानसून के दौरान मुंबई वासियों को हर आपदा की सूचना ऍफ़ एम् , मैसेज और एनाउसमेंट के द्वारा दी जाएगी पूरी मुंबई में खिसकने वाली कुल १२७ जगहों की पहचान कर ली गयी है हर वार्ड में एक जे सी बी मशीन ,२ डम्पर ट्रक और २०० वाटर पम्प उपलब्ध करा दिए गए हैं औए इसी के साथ हर वार्ड में एक हाट लाईन होगी जो २४ घंटे कार्यरत रहेगी

काग्रेसी नेता की हत्या करने वाला गिरफ्तार

 काग्रेसी नेता की हत्या करने वाला गिरफ्तार



मुंबई से सटे ठाणे के कांग्रेसी पार्षद प्रफुल्ल पाटिल पर जानलेवा हमला कर पिछले महीने ह्त्या कर दी गयी थी नवघर पुलिस ने मामला सुलझाते हुए एक हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है और दावा किया की जल्द से जल्द सभी हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा

 पार्षद प्रफुल्ल पाटिल अभिनव कॉलेज में किसी कार्यक्रम में भाग लेने आए थे जहां पर ये चारों हमलावर पहले से उनके आने का रास्ता देख रहे थे पार्षद के वहां पहुंचते ही हमलावरों ने उन पर गोलियों से हमला कर दिया और चापर से करीब २९ वार किया था हमले के बाद आरोपी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए पार्षद प्रफुल्ल पाटिल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई थी पुलिस ने इन हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे तहकीकात कर रही थी जिसमे उसे सफलता मिली और एक हत्यारे अजय पांडे को भाईंदर से गिरफ्तार कर लिया

मुंबई में गैगवार

 मुंबई के चेम्बूर इलाके में छोटा राजन गैग के करीब रहने वाला फरीद तानसा को भरत नेपाली गैग के गुर्गे घर में घुस कर हत्या करके फरार हो गये इस घटना को सुनते ही पुरे इलाके सनसनी फ़ैल गयी फरीद तानसा को नजदीकी अस्पताल राजावाड़ीमें भर्ती कराया गया जहा डाक्टरों ने तानसा को मुत्यु घोषित कर दिया तानसा के उपर आठ राउण्ड गोलिया चलाई गयी थी दो गोली सीने पर और दो गोली पेट पर लगी दो सिर पर और एक पैर एक हाथ पर बताया जाता है.......... हमलावर ६ लोग आये थे जिसमे दो लोग घर में दो लोग हथियार ले कर गये और फायरिग करना शुरू कर दिया
अबू बकर बेग [ACP मुंबई पुलिस]

 राजकुमार वटकर [DCP मुंबई पुलिस]

फरीद तानसा छोटा राजन का खास गुर्गा था चेम्बूर इलाके में जितना भी ज़मीन सम्बंधित कार्य होते थे उसे यह संम्हालाता था सूत्रों की माने तो छोटा राजन ने अब छोटा शकील गँग से हाथ मिला लिया है अपनी ईमानदारी का सबूत देने के लिए भरत नेपाली के जरिये हत्या करवा दी पुलिस आगे की तहकीकात कर रही है मुंबई में अब तक पूरी तरह से गैंगवार बंद हो चूका था इस घटना से मुंबई पुलिस को ...............

बुधवार, 2 जून 2010

नाबालिक २ प्रेमी जोड़े घर से फरार

वडाला के दीनबंधू नगर में रहने वाले २ नाबालिक जोड़े घर से फरार हो गए हैं जिनकी शिकायत लड़कियों के अभिभावकों ने वडाला पुलिस स्टेशन में की है कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस उनका पता नहीं लगा पायी है जिसके वजह से दोनों लड़कियों के पिता वडाला पुलिस स्टेशन का चक्कर काट रहे हैं

वडाला के दिन बंधु नगर मैं रहने वाली दो सहेलियों में इतनी गहरी दोस्ती थी की दोनों अपना हर काम साथ साथ कराती थी पिछले महीने की १० तारीख को साईना करीब शाम को ५ बजे अपने घर से मेंहदी लेने के बहाने रूचि शर्मा के साथ निकली और अभी तक उनका कोई पता ठिकाना नहीं है जब ज्यादा समय हो गया और दोनों लड़कियाँ घर नहीं आई तो उनके माता पिता ने वडाला पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी

विलाश शिंदे [वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वडाला पुलिस स्टेशन ]

पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद मालूम हुवा की उसी इलाके में रहने वाले २ लडके भी उसी दिन से गायब हैं तो पुलिस ने अपरण का मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू की तो मालूम हुवा की २ लड़कियाँ उनके साथ ही उत्तर प्रदेश चली गयी हैं उनके मोबाईल पर संपर्क किया तो एक मोबाईल बंद मिला और दूसरा चल रहा था उस आधार पर पुलिस उत्तर प्रदेश भी गयी पर उसे सफलता नहीं मिली

समसुद्दीन और हरिद्वार शर्मा जो साईना और रूचि के पिता हैं इनका कहना है की हम पुलिस स्टेशन का चक्कर कटकर थक गए हैं लेकिन हमारी बच्चियों का पता अभी तक नहीं चला है ...............



इन लड़कियों की उम्र मात्र १५ और १७ साल है अभी तक २० दिन हो गया लेकिन अभी तक इनका कोई पता नहीं चल सका है पुलिस तहकीकात कर रही है इन लड़कियों के पिता पुलिस स्टेशन का चक्कर लगाने पर मजबूर हैं की मेरी बच्चियों का कोई पता चला की नहीं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

१६ वर्षीय देवब्रत ने बनाया कैंसर पीड़ित बच्चों का स्कुल

१६ वर्षीय देवब्रत ने बनाया कैंसर पीड़ित बच्चों का स्कुल

दादर में संत घाडगे धर्मशाला नामक संस्था में कैंसर से पीड़ित बच्चे रह कर अपना इलाज करवाते हैं लेकिन इनके लिए धर्मशाला की तरफ से एक गैरेज में स्कुल चलता था जिसमे सभी सुविधायों का अभाव था ऐसे में १६ वर्षीय देवब्रत संस्था में अपने दोस्त के साथ आया और वहां की दशा देखकर वहां पर अपनी मेंहनत और लगन से एक अच्छे स्कुल का निर्माण कराया......................

कैंसर को लेकर हमारे देश में बड़ी बड़ी संस्थाएं चल रही हैं लेकिन इस पर किसी की नजर नहीं पड़ी कैंसर से पीड़ित बच्चे जैसे तैसे अपनी जिंदगी इस धर्मशाला में ब्यतीत कर एक टूटे फूटे गैरेज में कुछ पढाई भी करते थे डी के नामक संस्था इस स्कुल को दिसंबर १९९९ से चला रही है .... हमारे देश मैं कई सारी ऐसी संस्था जो चाहे तो क्या नहीं कर सकती हैं..... पर इस पर लगता है की उनकी नजर अभी तक नहीं पड़ी ............ .... अगर हमारे देश में जीतनी भी संस्थाएं चल रहीं हैं अगर वो लोग इस पर अपना ध्यान देते तो क्या यह बच्चे इतने साल से गैरेज में पड़ते ..... क्या इन बच्चों पर किसी की नजर नहीं गयी .... यह फिर इन बच्चो को कैंसर पीड़ित मानते ही नहीं ....

वन्दना (संचालिका हमारी पाठशाला )

वंदना का कहना है की देवब्रत नामक १६ वर्षीय ११ वीं में पढ़ने वाला लड़का एक दिन हमारे यहाँ अपनी दोस्त पायल के साथ आया और यहाँ की हालात देख कर कहा की इसको ठीक तरह से बनाने में कितना खर्च आएगा तो हमने कहा की करीब २.५ लाख इस बात को सुनकर देवब्रत ने कहा की मैं कोशिश करता हु और बहुत कम समय में उसने काम कर दिया....................... देवब्रत का यह काम एक मिशाल है देवब्रत ने ऐसा काम कर दिखाया है की सरकार से लेकर जो लोग कैंसर के नाम पर हर साल करोड़ों का अनुदान लेते हैं उन्हें इससे सबक लेने की जरुरत है
देवब्रत ने कहा की मेरी माँ टाटा मेमोरियल अस्पताल में सोशल वर्क करती हैं उनकी मेहनत और लगन देख कर मैं बहुत प्रभावित हुवा और उनकी प्रेरणा से जब मुझे कोंलेज की तरफ से प्रोजेक्ट करने को मिला तो मैं यही प्रोजेक्ट सबसे बेहतर समझा और अपने दोस्तों से मिलकर मैंने यह काम किया इस काम में मुझे सभी लोगों ने सहयोग दिया हमारी पाठशाला बनने के बाद इसका उद्घाटन सांसद प्रिया दत्त ने किया ..................मैं आप के माध्यम से लोगों को से अपील करता हु की अपनी कमाई का कुछ हिस्सा इन कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए लगायें .............................

आईये मिलते हैं इन बच्चों से नयी पाठशाला पाकर बच्चे कितना खुश हैं .........................खेल रहे हैं ...........पढ़ रहे हैं............. और गा रहे हैं की .............हम होंगे कामयाब एक दिन ...................

सोमवार, 24 मई 2010

26/11 ka mujarim hedali

मुम्बई आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोपी पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली द्वारमें अपना जुर्म कबूले जाने का 26/11 आतंकी हमलों संबंधी मुम्बई की अदालत में चल रहे मुकदमे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। महानगर में 2008 में हुए आतंकी हमले के मुकदमे में सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने यहां यह बात कही

बहरहाल, इससे मुंबई की अदालत में 26/11 मामले पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि सुनवाई लगभग अंतिम चरण में पहुंच गई है।
निकम ने कहा कि अजमल कसाब ने मैजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी स्वीकारोक्ति में कहा है कि हमलावरों को पाकिस्तान के प्रशिक्षण शिविर में मुम्बई के ठिकानों की सीडी दिखाई गई थी। लिहाजा लश्कर-ए-तैयबा ने विभिन्न माध्यमों से ठिकानों की टोह ली थी।'
हेडली के खिलाफ साजिश के छह आरोप लगाए गए हैं जिनमें भारत में सार्वजनिक स्थलों पर विस्फोट करना, भारत में लोगों की हत्या करना एवं विकलांग बनाना तथा विदेशी आतंकी साजिश एवं लश्कर को भौतिक रूप से समर्थन देना। उस पर भारत में छह नागरिकों की हत्या में सहयोग देने के भी छह आरोप हैं।





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मुंबई- डान के ठिकाने पर UK कि मुहर

अंडर वर्ल्ड डान दाउद अब पश्चिमी देशो से अपने अपराध को आपरेट नहीं करता......जो खबरे डान के लिए आ रही थी..वह सच साबित हो चुकी है....दाउद ने मलेशिया और दुबई से अपने धंधे का रास्ता बदल दिया है....और कराची को एक नहीं दो नहीं बल्कि कई सालो से इस्तेमाल कर रहा है....जी हाँ डान सिर्फ कराची में रहता ही नहीं..बल्कि कराची से अपना व्यापार भी चला रहा है....यू के कि इकोनामिक्स एंड फिनांस मिनिस्ट्री कि वेब साईट से इस बात का खुलासा अब हो चूका है...


अंडर वर्ल्ड डान दाउद दुबई..मलेशिया और बेंकाक से दूर निकल चूका है.......क्यु की डॉन अब आ चूका है,भारत के पडोसी देश पाकिस्तान में...

डान के हर बदलते ठिकानों पर अब यू के कि वेब साईट ने अपनी मुहर लगा दी है....

जी हां दाउद इब्राहिम कासकर पाकिस्तान के कराची शहर में है...

कराची के किलिफ्टन से वह फैला रहा है.....मौत देने वाली दहशत....

जहा से वह ड्रग्स...सट्टा बाज़ार..इस्मगलिंग....और मौत बरसाने के कारोबार को अंजाम दे रहा है....

और दे रहा है अपने गुर्गो को फरमान......वसूली और आतंक फैलाने का फरमान...

पूर्व आई पी यस अधिकारी वाई पी सिंह का कहना है की जैसा चल रहा है वैसा ही चलता रहेगा

मुंबई पुलिस और भारत सरकार हमेशा से ही कहा करती थी...कि पाकिस्तान मुंबई के वांटेड आतंकी दाउद को पनाह दे रहा है...

मगर इस बात से न तो पाकिस्तान सहमत था...और ना ही अमेरिका...मगर अब यू के को इस बात का न ही अहसास हुआ है...कि डॉन पकिस्तान में है...

बल्कि डॉन के असली ठिकानों कि शिनाख्त कर कराची पर अपनी मुहर भी लगा दी है...अंडर वर्ल्ड के खबरियो कि माने तो डॉन तो कई सालो से कराची को अपना ठिकाना बनाया हुवा है ...मगर पाकिस्तान किसी भी हालत में नहीं चाहेगा कि डॉन भारत को डिपोर्ट किया जाय..

मुंबई से करोडो कि वसूली करने वाले डान के ठिकानों पर यू के कि लगी मुहर का असर अब तभी होगा...जब अमेरिका पाकिस्तान पर अपना शिकंजा मज़बूत करेगा....और भारत में आतंक को अंजाम देने वाले दाउद को डिपोर्ट करने के लिए पाकिस्तान पर अपने तेवर सख्त करेगा....वर्ना रिपोर्ट्स बनती रहेंगी....और डॉन कि गोलिया बरसाती रहेंगी...मौत और तबाही ......

और डॉन कि तरह हर अपराधी को यू ही मिलती रहेगी पड़ोसी मुल्क में पनाह.

अल-कायदा से जुडे दुनिया भर के लगभग 100 आतंकी संगठनों को सरकार ने भारत में आतंकी संगठन घोषित करते हुए प्रतिबंधित कर दिया है

तैयारी की गई सूची में शामिल प्रमुख संगठनों में इंडोनेशिया का जेमाह इस्लामिया, इस्लामिक लीबिया का जिहाद गु्रप, मोरक्को का इस्लामिक कम्बैटैंट गु्रप, इज्पिटियन इस्लामिक जिहाद, इंटरनेशनल इस्लामिक रिलीफ ऑर्गनाइजेशन, फिलीपीन्स का अबु सैयाफ समूइ और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान हैं ये सभी संगठन वैश्विक आतंकी नेटवर्क से जुडे हुए है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा संयुक्त राष्ट्र प्रीवेंशन एंड सप्रेसन ऑफ टेररिज्म (इम्प्लीमेंटेशन ऑफ सिकुरिटी काउंसिल रिसोल्यूशन) आर्डर, 2007 के तहत प्रतिबंधित किए गए है इनके नामों को गृह मंत्रालय की प्रतिबंधित संगठनों की सूची में 33 संगठनों के साथ शामिल कर दिया है

मंत्रालय ने इनके नामों को प्रतिबंधित संगठनों की अपनी संशोधित सूची में डाल दिया है यह सूची संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद दमन और निषेध, सुरक्ष परिषद प्रस्ताव कार्यान्वयन आदेश, 2007 के तहत बनाई गई है

महाराष्ट्र में मराठी की हालत

भूमिपुत्रों और मराठी अस्मिता का झंडा बुलंद करने के लिए कोई भी लड़ाई लड़ने को तैयार नेताओं के


लिए एक दुखद संदेश है। वह यह कि बीएमसी के स्कूलों में मराठी पढ़ने वाले छात्रों की संख्या तेजी से गिर रही है और उतनी ही तेजी से अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों और छात्रों की संख्या बढ़ती जा रही है। हां, मराठी की अपेक्षा देखें तो हिंदी का बोलबाला कायम है। पिछले 6 सालों में जहां मराठी माध्यम के 68,125 छात्र कम हुए तो हिंदी माध्यम के 22,071 छात्र ही कम हुए। यानि की हर तीन मराठी छात्र के पीछे एक हिंदी माध्यम का छात्र कम हुआ है। जबकि अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या में 8,219 का इजाफा हुआ। साल 2004-05 से लेकर साल 2009-2010 तक मराठी माध्यम ने जहां 945 शिक्षक खोए वहीं पर अंग्रेजी माध्यम ने 323 तथा उर्दू माध्यम ने 497 शिक्षकों का 'गेन' किया।



बहरहाल, आरटीआई से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि मराठी माध्यम में शिक्षा पाने के लिए विद्यार्थियों की ऐसी तंगी पहले कभी नहीं रही। अब महानगर की मनपा शालाओं में हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों का बहुमत है। शैक्षणिक सत्र 2009-2010 में हिंदी माध्यम के 1 लाख 14 विद्यार्थी थे जबकि मराठी भाषी विद्यार्थियों की संख्या मात्र एक लाख 7 हजार रह गई।



आरटीआई के जरिए यह सूचना हासिल करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली का कहना है कि मराठी अर्थात मायबोली और भूमिपुत्र सिर्फ का विकास सिर्फ राजनीतिक विकास का मुद्दा है, जबकि हकीकत तो यह है कि भूमिपत्र दिनों-दिन रोजगारपरक भाषा अंग्रेजी की तरफ आकषिर्त होते जा रहे हैं। कुर्ला का हवाला देते हुए गलगली ने कहा है कि यहां के कुछ मनपा स्कूलों की हालात देखकर यह कहीं से नहीं कहा जा सकता है कि यह किसी 20,000 करोड़ रुपए के सालाना बजट वाली महानगरपालिका के स्कूल हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान तो इन स्कूलों की हालत बद से बदतर हो जाती है। उनका कहना है कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो एक दिन मनपा स्कूलों में छात्रों का अकाल हो जाएगा।



पिछले 6 सालों के आंकड़े बताते हैं कि इन सालों में 38.8 प्रतिशत मराठी विद्यार्थी कम हुए हैं। 2004-2005 में 1 लाख 75 हजार मराठी माध्यम के विद्यार्थी थे और हिंदी के विद्यार्थी उसी काल में मात्र एक लाख 35 हजार थे। 2004-2005 में अंग्रेजी माध्यम के मात्र 18 हजार 4 सौ 18 विद्यार्थी मनपा शालाओं में थे। 2009-2010 तक यह संख्या बढ़कर 26,637 हो गई। हिंदी की बात करें तो यहां भी 16 प्रतिशत (22,071) विद्यार्थी कम हुए। गत 5 सालों में मराठी माध्यम के स्कूल भी कम हुए हैं। स्कूलों की संख्या 450 से घटकर मात्र 413 रह गई है। हिंदी माध्यम के स्कूल 235 से 233 हुए। अतिरिक्त मनपा आयुक्त (शिक्षा) ए. के. सिंह का कहना है कि उच्च शिक्षा का माध्यम और पुस्तकें अंग्रेजी में होने कारण विद्यार्थी अंग्रेजी का रुख कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मनपा शालाओं के खस्ताहाल को भी विद्यार्थियों के विमुख होने का कारण बताया।

दाऊद को भारत लाना मुस्किल

डान को पकड़ना मुस्किल नहीं नामुमकिन है .इसको अपनी पहचना बताने की जरूरत नहीं होती है ...जहा भारत हर दिन दाऊद को पकड़ने और लाने का प्रयास कर रहा है ... मुंबई के पूर्व संयुक्त पुलिस आयुक्त वाई .सी पवार कह रहे है की भारत में इतनी औकात ही नहीं है की उसको पकड कर ला सके ...




-दाउद इब्राहिम भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी है. जिसके गैंग में 5,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं और उसे इस को डी कंपनी के नाम से जाना जाता है...

पूर्व संयुक्त पुलिस आयुक्त वाई .सी पवार का कहना है की

दाउद इब्राहिम को भारत लाना नामुमकिन है १९९३ बम धमके का आरोपी दाऊद को काफी दिनों से सीबीआई हर प्रयास कर रही किसी तरह से दाऊद को लाया जाये लेकिन सारी प्रयास विफल हो जा रही है ..क्यों को दाऊद का साथ पाकिस्तान की सरकार और वह के आतंकवादी सगठन दे रहे है ....डी कम्पनी के मुखिया हर एक समय एक नयी चाल चल कर अपना ठिकाना बदलते रहता है ...जहा सीबीआई काफी दिनों से ढूढ़ रही है वही इंटर पोल ने भी डी कंपनी के मुखिया को रेड कार्नर नोटिस जारी किया है ..



इस गिरोह के लोग नशीली दवाओं की तस्करी, सुपारी लेकर हत्या करने सहित कई अपराधों को अंजाम दिया है और अपना प्रभाव पाकिस्तान, भारत और संयुक्त अरब अमीरात में फैलाया हुआ है.अपने बिजनेस को हर दिन गलत तरीके से बढ़ा रहा है ...

मोबाईल से हो सकती हैं घातक बीमारियाँ

बातचीत का हमारा सबसे सरल तरीका.....पल भर में संदेशो का आदान प्रदान.....हमारे लिए जहा सरल साधन बनकर दुनिया के बाजारों में अपनी पहचान बना चूका है....वही अब आने वाले दिनों में ज़िन्दगी का दुश्मन भी बन सकता है.....जी हाँ हमारा मोबाइल अब हमारे जीवन का सबसे बड़ा दुश्मन बन चूका है.......आने वाले दिनों में मोबाइल अनगिनत लोगो के जान का दुश्मन बन सकता है.....




हर हाथ में मोबाइल.....घर घर में मोबाइल..........हर तरफ मोबाइल.....जिधर देखो उधर मोबाइल.....वक़्त के साथ साथ तकनीकी सुविधाओं से लेस हो चुकी है हर उम्र...की पहचान बन गया है हमारे जिंगदी कि सबसे बड़ी ज़रूरत.....मगर अब यही ज़रूरत धीरे धीरे अपना रंग बदलती जा रही है....जी हा मोबाइल फोन्स अब हमारे लिए खतरे कि सबसे बड़ी घंटी बनता जा रहा है....दुनिया के विशेषज्ञों के मोबाइल पर किये गए सर्वे ने मोबाइल धारको को सकते में डाल दिया है....मोबाइल के लगातार इस्तेमाल करने पर ब्लड प्रेशर के साथ साथ ब्रेन केंसर आप कि ज़िन्दगी में दस्तक दे सकता है....

डॉ सुनीता एन दुबे (रेडिओ लोजिस्ट) --

विशेषज्ञों कि माने तो मोबाइल से निकलने वाली तरंग्स धीरे धीरे ब्लड में आब्ज़र्व होती है...फिर गले और मस्तक पे अपना प्रभाव दिखाने लगती है....जिससे हमारे बॉडी में रेडियेशन का खतरा बढ़ जाता है....अपना प्रभाव सबसे पहले गले कि प्रोब्लम और सर पर हावी हो जाता है... क्यु की १० साल तक लगातार रोज़ ४ घंटे इस्तेमाल करने से ब्रेन केंसर को रोका नहीं जा सकता...फोन ज्यादा इस्तेमाल करने वालो पर अब खतरे कि घंटी ने दस्तक भी देनी कर दी

है

बड़े शहरो के अलावा अब मोबइल फोन हर गली चौराहों पर हर हाथ में देखा जा रहा है.....आज का युआ वर्ग मोबाइल सेवन में सबसे आगे है...और इसकी गिरफ्त में भी आज के युआ ही आ रहे है....ज़रूरत है कि मोबाइल के सेवन से बचने का उपाय निकाला जाय....वर्ना इस उम्र में इनकी संख्या के इजाफे से परहेज़ भी नहीं किया जा सकता

रविवार, 9 मई 2010

जानिए ललित मोदी

देश को आईपीएल की खूंटी पर टांग देनेवाले ललित मोदी आखिर हैं कौन? हब्सियों की तरह अनवरत अंग्रेजी बोलने में सिद्धहस्त ललित मोदी के जीवन की कहानी कम दिलचस्प नहीं है. क्रिकेट को पूंजी का खेल बना देनेवाले ललित मोदी बड़े शिकार करने में विश्वास करते हैं भले ही इसके लिए कोई कीमत चुकानी पड़ जाए. अपने मां की सहेली से शादी रचाने वाले ललित मोदी ने शशि थरूर से एक छोटी सी खुन्नस पर ऐसा खेल किया कि शशि थरूर को अपने मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ गया.

ललित मोदी एक अमीर बाप कृष्ण कुमार मोदी के बेटे हैं. कृष्ण कुमार ४००० करोड़ रुपयों की कीमत वाली मोदी समूह के अध्यक्ष हैं.ललित मोदी के दादा राज बहादुर गुजरमल मोदी ने मोदीनगर की स्थापना की थी. बचपन से ही ललित अमीर बाप की बिगड़ी औलाद की तरह हरकतें करते थे,मसलन वे स्कूल से अक्सर भाग आते थे,बिना ड्राइविंग लाइसेंस के दिल्ली की सडकों पर फर्राटेदार गाड़ियां चलाते पाए जाते थे. बाप ने किसी तरह पढ़ाई पूरी करने के लिए विदेश भेजा तो कोकीन के आदी बन गए और ड्यूक युनिवर्सिटी में पढ़ते समय ४०० ग्राम कोकीन के साथ पकडे गए. उन पर उस मामले में अपहरण और मारपीट का भी आरोप लगा.बाप के धनबल ने उन्हें उस मामले में किसी तरह बचाया. वे पढाई कर रहे थे उन्हीं दिनों अपनी माँ की एक सहेली मिनल को दिल दे बैठे जो उनसे उम्र में ९ साल बड़ी थी. मिनल ने अपने पति से तलाक ले लिया. मोदी के परिजन विरोध करते रहे फिर भी उन्होंने मिनल से शादी कर ली. जवानी के दिनों में ललित का कभी क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं रहा. मुंबई में पिता के कपडे के कारोबार में कुछ दिनों तक काम करने के बाद वाल्ट डिस्नी के साथ एक संयुक्त उपक्रम में ललित ने ईएस्पीएन के वितरण का काम शुरू किया. कालान्तर में रुपर्ट मुर्डोक के स्टार ने ईएस्पीएन के साथ समझौता कर लिया और मोदी के वितरण के अधिकार ख़त्म हो गए. उन दिनों डिस्नी और मुर्डोक के बीच रंजिश हुआ करती थी,तब ईएस्पीएन के अधिग्रहण के लिए मुर्डोक से मोदी पिता-पुत्र ने फ़ॉक्स स्टूडियो में जाकर मीटिंग की थी.

आज भी ललित दावा करते हैं को रुपर्ट का पुत्र जेम्स उनका दोस्त है. डब्ल्यू दी कंजूमर प्रोडक्ट्स में मोदी परिवार ने सिर्फ ५० लाख रुपयों का निवेश किया था. मोदी परिवार ने अपना हिस्सा ६० करोड़ रुपये में डिस्नी को बेंच कर ५९.५ करोड़ रुपयों का लाभ कमाया. मोदी का ईएस्पीएन से जुड़ाव और शाहरुख़ खान जैसों से दोस्ती ने क्रिकेट और मनोरंजन के क्षेत्र में घुसपैठ का उनका इरादा बनाया. मोदी ने एक क्रिकेट लीग का प्रस्ताव जगमोहन डालमिया के समक्ष रखा. डालमिया ने मोदी को फटकार कर भगा दिया था. १९९९ में मोदी ने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट असोसिएशन में घुसपैठ की,उन दिनों हिमाचल प्रदेश में कोई क्रिकेट स्टेडियम नहीं हुआ करता था.मोदी ने एक स्टेडियम बनाकर वहाँ ग्रीष्मकालीन क्रिकेट की योजना पर काम शुरू किया,लेकिन जन प्रेमकुमार धूमिल हिमाचल के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मोदी को भगाकर अपने बेटे को हिमाचल क्रिकेट असोसिएशन का प्रमुख बना दिया. शरद पवार के बीसीसीआई के अध्यक्ष बनाने में बरोदा के किरण मोरे और राजस्थान के रुंगटा परिवार ने बड़ी बाधाएं खड़ी की थीं. ललित मोदी शरद पवार के कैंप में घुस गए. शरद पवार ने उन पर राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन पर कब्जे की जिम्मेदारी सौंपी. रुंगटा परिवार पिछले ४० वर्षों से राजस्थान क्रिकेट पर कब्जा जमाये बैठा था, ३२ जिला क्रिकेट संघों में कुल ५७ सदस्य हुआ करते थे और सभी रुंगटा परिवार के रिश्तेदार थे. ललित की दादी और राजस्थान की तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया की मान राजमाता विजयाराजे माता आनंद मई की अनुयायी थीं इनकी दोस्ती के चलते वसुंधरा और ललित में भी यारी होगई जो संयोग से ललित से उम्र में १० साल बड़ी हैं. वसुंधरा के कार्यकाल में ललित 'सुपर चीफ मिनिस्टर'कहे जाते थे. ललित ने वसुंधरा को विश्वास में लेकर रुंगटा परिवार से राजस्थान क्रिकेट संघ छीनने के लिए सभी ५७ सदस्यों के मताधिकार को समाप्त कर संघ पर कब्जा जमा लिया. इसके चलते शरद पवार ने ललित को बीसीसीआई का उपाध्यक्ष बना दिया. शरद पवार ने ललित मोदी को बीसीसीआई के वाणिज्यिक फैसलों का अधिकार क्या सौंपा ललित ने २००५ से २००८ के बीच बीसीसीआई की कमाई में ७ गुना वृद्धि करने में सफलता दिला दी. यहीं ललित को आईपीएल का कमिश्नर बनाने का कारण बना.

आईपीएल का कमिश्नर बनते ही ललित मोदी ने माल पीटने का काम शुरू कर दिया. शशि तरूर ने अपनी चहेती सुनंदा पुष्कर को कोची की टीम में 'स्वीट इक्विटी' क्या दिला दी ललित मोदी ने ट्विट्टर पर उनके खिलाफ अभियान छेड़ दिया. शशि तरूर विदेश राज्य मंत्री के पद पर रह कर यदि अपनी महिला मित्र को लगभग ७० करोड़ रुपयों की मिठाई खिलाते हैं और अगर यह कांग्रेसियों की अनैतिकता की परिधि में बैठता है तो उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन आईपीएल टीमों की नीलामी में अपने प्रभाव के इस्तेमाल का कोई यह पहला मामला तो नहीं है. ललित मोदी ने तो पूरे आईपीएल की नीलामी को अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का उद्यम बना रखा था. आईपीएल की पहली नीलामी में सबसे सस्ती टीम बेची गयी थी राजस्थान रोयल्स. पहले सीजन की चैम्पियन राजस्थान रोयल्स पूरी तरह से ललित मोदी के परिवार की टीम है. राजस्थान रोयल्स के ४ हिस्सेदार हैं. मोदी के रिश्तेदार सुरेश चेलाराम और नाइजीरिया में बसे उनके परिवार के पास इस टीम के ४४.१५%शेयर हैं. परिवार के एक अन्य करीबी मनोज बदले के पास ३२.४%,मीडिया महंथ रुपर्ट मुर्डोक के बेटे लचलान के पास ११.७४% और शेष शेयर बोलीवुड बाला शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के पास हैं. हर शेयर धारक ने अपनी होल्डिंग जटिल बनायी है. शेयर धारक कंपनियों का पंजीयन टैक्स के स्वर्ग देशों में हुआ है. राजस्थान रोयल्स का मालिकाना अधिकार जयपुर आईपीएल क्रिकेट लिमिटेड के पास है जिसकी होल्डिंग ईएम स्पोर्टिंग होल्डिंग्स लिमिटेड के पास है जो मॉरिशस में पंजीकृत है. चेलाराम के परिजनों के नाम तमाम टैक्स स्वर्गों में कम्पनियां पंजीकृत हैं.मोदी के एक अन्य रिश्तेदार मोहित बर्मन के पास किंग्स इलेवन पंजाब का मालिकाना अधिकार है. बर्मन परिवार डाबर इंडिया का मालिक है. मोदी की कृपा से आईपीएल के ग्लोबल डिजिटल अधिकार लाइव करंट मीडिया नामक कंपनी को दी गयी है. इस कंपनी का पंजीयन भी मारीशस में किया गया है और एलिफैंट कैपिटल के पास इसके ५०%शेयर हैं.

एलिफैंट कैपिटल के मालिक मोहित बर्मन के भाई गौरव बर्मन हैं जो कि रिश्ते में मोदी के दामाद लगते हैं. मोदी और शरद पवार को नजदीक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका आईसीसी के प्रमुख सलाहकार आई.एस.बिंद्रा ने निभाई है.बिंद्रा से जगमोहन डालमिया का लगातार झगड़ा था. मोदी ने इस उपकार के बदले में बिंद्रा के बेटे अमर बिंद्रा को किंग्स इलेवन पंजाब का महा प्रबंधक बनवा दिया. मोदी के रिश्तेदारों के पास आईपीएल में दो टीमें हैं राजस्थान रोयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब,इन्हीं दोनों टीमों में बोलीवुड की पटाखा प्रीती जिंटा और शिल्पा शेट्टी हैं. किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रोयल्स की टीमों पर हीसबसे ज्यादा सत्ता लगाए जाने की खबरें भी हैं. राजस्थान रोयल्स के हिस्सेदार और शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा क्रिकेट के सटोरियों के नियंता रह चुके 'डी' कंपनी के माफिया शरद शेट्टी के साझीदारों के बड़े नजदीकी हैं. पिछले ३ वर्षों में मोदी ने खूब जमकर धन बटोरा है,इसका प्रमाण है उनका आयकर रिटर्न .वित्त वर्ष २००८-०९ में मोदी ने केवल ३२ लाख रुपयों का आयकर भरा था.३१ मार्च २०१० को ख़त्म होनेवाले वित्तवर्ष के लिए मोदी ने ११ करोड़ रुपयों का अग्रिम आयकर का भुगतान किया है. वे जिस गाडफ्रे-फिलिप्स के निदेशक हैं उससे उनकी कोई कमाई नहीं बढ़ी है. मोदी ने माल आईपीएल से ही पीटा है. वैसे मोदी हमेशा से ही अमीर दिखने में विश्वास रखते थे,१९८० के दशक में जब उनकी मान बीना और पिता कृष्ण कुमार मोदी ने उन्हें अपनी पढाई किसी तरह से पूरी करने के लिए अमेरिक भेजा तो ललित ने अपने लिए अपने माँ-बाप से एक कार की मींग की,बाप ने ललित को ५०००अमेरिकी डालर दिए और कोई कामचलाऊ कार खरीदने की सलाह दी,ललित ने इस रकम से पहली किश्त भरकर मर्सिडीज बेन्ज़ खरीद ली.ललित आज भी यही जुआ खेल रहे हैं.उनके नसीब है कि शरद पवार और भाजपा के कई नेता क्रिकेट की उनकी मुनाफाखोरी को आँख मूंदकर समर्थन दे रहे हैं.

२६/११ का फैसला

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए हमले के आरोपी पाकिस्तानी कसाब और 2 कथित भारतीय साजिशकर्ताओं की किस्मत का फैसला सोमवार को अदालत ने कर दिया

पाकिस्तान के फरीदकोट के नागरिक कसाब और मारे गए उसके 9 सहयोगी आतंकवादियों पर लश्कर-ए-तैबा के इशारे पर 166 लोगों की हत्या और 304 को घायल करने का आरोप है। मारे गए लोगों में 25 विदेशी भी शामिल थे कसाब के अलावा 2 भारतीयों, फहीम अंसारी और सबाउदीन अहमद पर हमले की साजिश रचने के आरोप हैं। दोनों पर आरोप हैं कि उन्होंने हमले का निशाना बने स्थानों का नक्शा तैयार कर उन्हें लश्कर को सौंपा था

पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैब के ट्रेंड 10 आतंकवादी एक अभियान को अंजाम देने के लिए 26 नवंबर 2008 को मुंबई में घुसे और करीब 60 घंटे तक कहर बरपाते रहे

देश के इतिहास में सबसे तेजी से सुने जाने वाले मामले की सुनवाई 8 मई 2009 को शुरू हुई थी इसके लिए आर्थर रोड जेल में एक विशेष अदालत बनाई गई, जिसमें 658 गवाहों के बयान दर्ज हुए लगभग 271 कामकाजी दिनों में हुई सुनवाई के बाद 3,192 पृष्ठ के सबूत दर्ज हुए

एजाज़ नकवी ने कहा की देश का सबसे बड़ा २६/११ आतंकी हमला था आरोपी no १ यानि कसाव के ऊपर बहुत संगीन जुर्म की धाराए लगी हुयी हैं उसको भारतीय कानून के मुताबिक सजा मिलेगी वह माननीय अदालत का काम है आरोपी no २ और ३ फहीम और सबाउद्दीन बे कसूर है उनको बे वजह फसाया गया है जब की रेकी करने और आतंकी हमला करने की साजिश रचने की बात हेडली ने कबूल कर लिया है जिसके ऊपर अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है--

सोमवार, 19 अप्रैल 2010

मेरी पहल ......

समय की तश्वीर मैंने इस लिए ब्लाग का नाम रखा की जिस तरह से समय की तश्वीर बदल रही है उसी तरह आदमी की तकदीर भी बदल रही है जो लोग कभी मिले थे खाश बनकर आज वही लोग देखते ही नजर बदल लेते हैं ये उनकी गलती नहीं है यह समय की असली तश्वीर है मैं अब इससे पूरी तरह से वाकिफ हो गया हु और मेरी रोजमर्रा की जिंदगी में फिर वही लोग रूप बदल कर सामने आते हैं जैसे की हम पहले थे आज भी वैसे ही हैं लेकिन तश्वीर कुछ अलग है ......