अमेरिकी प्रेजिडेंट बाराक ओबामा के साथ भारत दौरे में अमेरिकी कंपनियों के करीब 200 सीईओ आ रहे हैं ओबामा और इन अमेरिकी स
ीईओ को खुश करने की तैयारी हमारे देश में शुरू हो गई है सूत्रों की मानें तो इन सीईओ को तोहफे के तौर पर इंश्योरेंस सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (एफडीआई) को बढ़ाने के साथ मल्टी ब्रांड रिटेल का दरवाजा फॉरेन इनवेस्टमेंट के लिए खोलने का वादा किया जाएगा इससे रिटेल सेक्टर की अमेरिकी दिग्गज कंपनी वॉल मार्ट भारत में कहीं भी अपने रिटेल शोरूम धड़ल्ले से खोल सकेगी....................ओबामा का भारत का दौरा दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में काफी अहम मदद मिलेगी ऐसा माना जा रहा है ओबामा अपने साथ अमेरिकी बिजनेसमैनों की पूरी फौज लेकर आ रहे हैं इनमें पेप्सीको की सीईओ इंदा नूई, होनीवैल के सीईओ डेविड एम. कोटे, एयरोस्पेस के सीईओ लुई चेनवर्ट और इंडियन-अमेरिकन सिटीग्रुप के सीईओ विक्रम पंडित भी शामिल हैं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि अगर हम अमेरिका से चाहते हैं कि वे हमारे लिए एक्सपोर्ट के रास्ते आसान करें, हमारे प्रॉडक्टों को अमेरिकी बाजार में साख बनाने में मदद करें, आउटसोर्सिंग को लेकर ज्यादा संरक्षणवाद न बने, तो उनकी भी कुछ मांगें हैं, जिनको हमें पूरा करना होगा ताली दोनों हाथों से बजती है उद्योग मंत्री आनंद शर्मा का कहना है, जल्द ही मल्टी ब्रांडेड रिटेल में फॉरेन इनवेस्टमेंट पर फैसला किया जाएगा इसके लिए सभी पक्षों की सहमति ली जाएगी साफ है कि सरकार इस मामले में आगे बढ़ने का मन चुकी है
इंश्योरेंस सेक्टर में फिलहाल 26 प्रतिशत ही एफडीआई की अनुमति है अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियों का कारोबार अमेरिका में ठीकठाक नहीं चल रहा है वहां पर आर्थिक ग्रोथ रेट थम-सा गया है रही-सही कसर इकॉनमी स्लो डाउन ने पूरी कर दी है यही कारण है कि अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियां भारत में ज्यादा इनवेस्टमेंट करना चाहती हैं
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (1/11/2010) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com