गुरुवार, 12 अगस्त 2010

एक और दुलहन चढ़ी दहेज़ की बली....

जिंदगी में रुकैया ने कभी ये भी नहीं सोचा होगा की दहेज़ की खातिर उसको जलाकर मार दिया जायेगा .....जी हाँ हम बात कर रहे हैं २५ वर्षीया रुकैया की .....जिसे दहेज़ के लोभियों ने मौत के घाट उतार दिया ....दिल दहला देने वाली यह घटना मुंबई के जुहू गली का है .......


 मालाड मलवानी का वही इलाका है जहाँ पर रुकैया का बचपन गुजरा था और आज यही से उसका जनाजा उठ रहा है .....वैसे तो बहुत पहले से ही हमारा समाज दहेज़ प्रथा के खिलाफ है ...पर आज भी रुकैया जैसी कितनी मासूमों को दहेज़ के लिए जान गवानी पड़ रही है .....कभी अपने जीवन की हसीन सपने देखने वाली रुकैया आज कभी नहीं टूटने वाली नींद में सो गयी है .....जिंदगी ने भले ही उसे ठुकरा दिया पर मौत ने उसे गले लगा लिया .......करीब ढाई साल पहले बड़ी धूम धाम से उसके भाईयों ने अँधेरी के जुहू गली में रहने वाले जावेद से उसका निकाह किया था .....भाईयों ने कभी सोचा नहीं था की जहाँ पर उसके बहन की डोली जा रही है वहा से उसका जनाजा आएगा .......रुकैया ने अपने माता पिता को कई बार फोन करके सूचना दी थी की उसका पति जावेद उसको दहेज़ के लिए प्रताणित करता है ...और मारता पिटता है जिसके चलते उसके माता पिता ने इस मामले को कई बार सुलझाने की कोशिश भी की थी पर रुकैया को उसके ससुराल वालों द्वारा प्रताणित करने का सिलसिला जारी रहा ...और देखते ही देखते रुकैया की जीवन लीला ही समाप्त हो गयी .......


 दहेज़ हत्या का मामला ड़ी यन नगर पुलिस ने दर्ज कर लिया है ...और आगे की तहकीकात कर रही है ....हमारे वरिष्ठ संबाद दाता विजय कुमार यादव ने जब पुलिस स्टेशन जाकर बात करने की कोशिश की तो कोई भी अधिकारी कैमरे पर कुछ कहने से इनकार कर कर दिया रुकैया का पति जावेद अपने हाथ पर किसी से वार करके अस्पताल में भर्ती हो गया है और पूरा परिवार फरार हो गया है ......अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुयी है .......ऐसे में अब आवाज उठाने लगी है की रुकैया के हत्यारों की गिरफ़्तारी कब होगी ....

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