रविवार, 31 अक्तूबर 2010

२०० उद्योग पतियों लेकर आ रहे हैं ओबामा


अमेरिकी प्रेजिडेंट बाराक ओबामा के साथ भारत दौरे में अमेरिकी कंपनियों के करीब 200 सीईओ आ रहे हैं ओबामा और इन अमेरिकी स

ीईओ को खुश करने की तैयारी हमारे देश में शुरू हो गई है सूत्रों की मानें तो इन सीईओ को तोहफे के तौर पर इंश्योरेंस सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (एफडीआई) को बढ़ाने के साथ मल्टी ब्रांड रिटेल का दरवाजा फॉरेन इनवेस्टमेंट के लिए खोलने का वादा किया जाएगा इससे रिटेल सेक्टर की अमेरिकी दिग्गज कंपनी वॉल मार्ट भारत में कहीं भी अपने रिटेल शोरूम धड़ल्ले से खोल सकेगी....................ओबामा का भारत का दौरा दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में काफी अहम मदद मिलेगी ऐसा माना जा रहा है ओबामा अपने साथ अमेरिकी बिजनेसमैनों की पूरी फौज लेकर आ रहे हैं इनमें पेप्सीको की सीईओ इंदा नूई, होनीवैल के सीईओ डेविड एम. कोटे, एयरोस्पेस के सीईओ लुई चेनवर्ट और इंडियन-अमेरिकन सिटीग्रुप के सीईओ विक्रम पंडित भी शामिल हैं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि अगर हम अमेरिका से चाहते हैं कि वे हमारे लिए एक्सपोर्ट के रास्ते आसान करें, हमारे प्रॉडक्टों को अमेरिकी बाजार में साख बनाने में मदद करें, आउटसोर्सिंग को लेकर ज्यादा संरक्षणवाद न बने, तो उनकी भी कुछ मांगें हैं, जिनको हमें पूरा करना होगा ताली दोनों हाथों से बजती है उद्योग मंत्री आनंद शर्मा का कहना है, जल्द ही मल्टी ब्रांडेड रिटेल में फॉरेन इनवेस्टमेंट पर फैसला किया जाएगा इसके लिए सभी पक्षों की सहमति ली जाएगी साफ है कि सरकार इस मामले में आगे बढ़ने का मन चुकी है
इंश्योरेंस सेक्टर में फिलहाल 26 प्रतिशत  ही एफडीआई की अनुमति है अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियों का कारोबार अमेरिका में ठीकठाक नहीं चल रहा है वहां पर आर्थिक ग्रोथ रेट थम-सा गया है रही-सही कसर इकॉनमी स्लो डाउन ने पूरी कर दी है यही कारण है कि अमेरिकी इंश्योरेंस कंपनियां भारत में ज्यादा इनवेस्टमेंट करना चाहती हैं

रेप की कोशिश कर ने वाले पिता की बेटी ने कर दी हत्या


रिश्ते का दाग दार करने वाले पिता की बेटी ने हत्या कर दी  नागपुर की रहने वाली  एक लड़की ने खुद के साथ रेप की कोशिश कर रहे अपने पिता की हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि बोरी इलाके में रहने वाली 15 साल की लड़की स्कूल से घर लौटी थी, तभी यकायक उसके पिता सतीश जारोंडे ने उसके कमरे में घुस कर उसके साथ रेप करने की कोशिश की। लड़की ने खुद को बचाने के लिए एक धारदार हथियार से अपने पिता पर हमला बोल दिया। इस घटना में उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। लड़की की सौतेली मां ने अपने पति की लाश देख कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर कैलाश टंकार ने बताया कि सतीश आदतन यौन अपराधी था और वह अब तक कई शादियां कर चुका था।

शनिवार, 30 अक्तूबर 2010

भारतीय लोकतंत्र अब ८७ वां आदर्श- भ्रष्ट तंत्र


कलमाड़ी जी की असीम कृपा से - खेल खेल में कम से कम एक क्षेत्र में तो हमने अपने पडोसी चीन को पीछे छोड़ ही दिया- कठोर स्पर्धा के बाद 'भ्रष्टाचार की ऊंची कूद' में हमने यह सफलता अर्जित की. अब हम भ्रष्ट देशों की सूची में ८७ वी पायदान पर पहुँच गए हैं और हमारा प्रतिद्वान्धी चीन हमारे से ८ अंक पिछड़ कर ७९वे अंक पर लुढ़क गया . इस सफलता का एकांकी श्रेय हमारे खिलाडियों के खिलाडी कलमाड़ी जी को जाता है. विश्व के चोर-उच्चक्के देशों में देश का नाम रौशन करने के इस महान उपलब्धि के लिए कलमाड़ी जी को 'भारत रत्न' के साथ साथ आगामी ओलम्पिक खेलों का ठेका भी अभी से दे देना चाहिए ताकि शीघ्र से शीघ्र हम अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से आगे निकल सकें . कितनी शर्म की बात है कि हमारे से महज़ २४ घंटे पेहले पैदा हुआ दो कौड़ी का मुलुक भ्रष्टाचार के क्षेत्र में हम से मीलों आगे १४३ वे पायदान पर जा पहुंचा है. यह बात दीगर है कि पाकिस्तान को इस मुकाम तक पहुँचाने में अमेरिका से मिली भीख का बहुत बड़ा योग दान है. यदि हमें इतनी अमेरिकी मदद मिली होती तो हम आज अफगानिस्तान को प्राप्त श्रेष्ठ स्थान पर होते.
देश में भ्रष्टाचार एक रिले -रेस कि माफिक कभी न ख़त्म होने वाली दौड़ का रूप ले गया है. दिल्ली का खेल अभी ख़त्म नहीं हुआ कि 'रेस' देश कि आर्थिक राजधानी मुंबई में चालू हो गई. मुंबई में तो भ्रष्टाचार को 'आदर्श' सोसाईटी का नाम दिया गया और सीमां पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के नाम पर करोड़ों के फ़्लैट औने पौने दामों पर सफेदपोश नेता और उच्चाधिकारी हड़प गए. कल्मादिजी ने राहत की साँस ली -उनके पीछे पड़ा मिडिया अब 'आदर्श सोसाईटी' घोटाले पर पिल पड़ा है. मिडिया का भी इन घोटालों को उजागर कर और बीच में ही छोड़ नए घोटालों के पीछे पड़- इनके महत्त्व को न्गंन्य करने में विशेष योगदान रहा है. मिडिया भी व्यवसाए हो कर रह गया - सब कुछ महज़ टी.आर.पी की खातिर ?
१९९१ से २००९ के डेढ़ दशक में लगभग ७३ लाख करोड़ के बड़े घोटालों का अनुमान है. जिनमें स्विस बैंकों में देश का ७१ लाख करोड़ रूपया सबसे बड़ा घोटाला है. उसके बाद है २-जी स्पेक्ट्रम में ६० हजार करोड़ का घोटाला जिसे केंद्रीय मंत्री ए.राजा डी.एम्.के के दलित सांसद ने सरंजाम दिया. प्रधान मंत्री का इन्हें वरद हस्त प्राप्त है- हो भी क्यों न ...राजा की कृपा के बिना सरकार दो दिन की महमान है. सी. बी. आई को लगा रखा है केस को कछवा चाल पर लटकाए रखने को. यह बात अलग है कि सर्वोच्च न्यायालय ने सी.बी.आई को लताड़ लगाई है- साल भर से केस लटकाने पर और राजा को अभी तक मंत्री पद पर बनाए रखने पर ! अब देखो क्या होगा तेरा 'राजा' ? तीसरा घोटाला है - ५० हजार करोड़ - कर चोरी का, पूने के अरब पति हसन अली खान के नाम !!! अब इस से कम तो हम घोटाले को घोटाला ही नहीं मानते
भ्रष्टाचार का वटवृक्ष आज ८७ मीटर ऊंचा बरगद सा फ़ैल गया है यह जितना ऊंचा है उतनी ही इसकी जडें पाताल तक फैली हैं. इस बरगद का बीजारोपण भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु जी के करकमलो से ही हुआ था. उनका राज परिवार तो बस इसे आँखें मूँद पानी दिए चला जा रहा है. नेरुजी ने ५ वर्षीया योजनाओं की नीव रखी -बिना सोचे समझे योजनाओं पर केंद्र से धन लुटाया गया - यह किसी ने नहीं देखा कि जिन लोगों के लाभार्थ ये योजनायें बनी गई हैं उन तक इसका लाभ पहुंचा भी है. नेहरु जी के राज पौत्र 'राजीव गाँधी' ने भी माना की इन योजनाओं का महज़ १०-१५ % ही आम आदमी तक पहुँच पाता है.बाकि पैसा तो रास्ते में भ्रष्ट तंत्र ही हड़प जाता है. ६० साल से यह योजना - बध लूट बदस्तूर जारी है.
देश के प्रथम बड़े घोटाले का श्रेय भी हमारे नेहरु जी को ही जाता है. १९४८ का जीप घोटाला जिसमें भारतीय सेनाओं के लिए ८० लाख रूपए की जीपें खरीदी जानी थी . ब्रिटेन में भारतीय हाई कमिश्नर वी. के. कृष्ण मेनन पर जीप सप्लाई में घोटाले का दोष लगा . मेनन साहेब नेहरु जी के खासमखास थे. सज़ा तो क्या मेनन को देश का रक्षा मंत्री पद से नवाज़ा गया. हमारी सेनाएं चीन के हाथो परस्त हुईं और हजारों मील भूमि पर दुश्मन का कब्ज़ा हो गया. जिन लोगों के हाथ में देश को इमानदार प्रजातंत्र के रूप में विकसित करने की जिमेदारी थी उन्होंने ही उनकी नाक के नीचे फलफूल रहे भ्रष्ट - तंत्र से आँखें मूँद लीं और आज हम विश्व के सबसे बड़े भ्रष्ट तंत्र की दौड़ में नई नई बुलंदिओं को छूते जा रहे हैं. वह दिन दूर नहीं जब हम अफगानिस्तान को पछाड़ कर भ्रष्ट राष्ट्र तालिका के शिखर पर होंगे.

वसूली का नया फंडा


 कर्ज न लौटाने वाले लोगों से वसूली करने का बैंकों ने नया रास्ता खोजा है !         वैसे बैंक से लोंन लेकर भुगतान ना करना !
या फिर credit card का इस्तेमाल कर किश्त भरने में आनाकानी दिखाने वालो से बैंक किस तरह निपटती है , आपको अंदाजा होगा ही !
लेकिन फिल्मो में दिखाए जानेवाले वसूली के फंडे अब ठंडे पड़ते जा रहे है......आखिर क्या है वसूली के नए फंडे का फंडा, आईये जानते है इस ख़ास रिपोर्ट में !
     अगर आप ने बैंक से लोन लिया है !  अगर आप ने बैंक का क्रेडीट कार्ड इस्तेमाल किया है !     अगर आप किश्त चुकाना नहीं चाहते या किसी कारण चूका नहीं पा रहे !     और अगर आपको लगता है की आप बैंक की नजरो से बच जायेंगे !     तो शायद आपकी ये सोच गलत साबित हो सकती है ! क्यूंकि अब बैंक और रीकवरी एजेंसियां   भगौड़े ग्राहकों से निपटने के लिए नए फंडे का इस्तेमाल  कर रही है ! फंडा फेसबुक का , फंडा ट्विटर का और फंडा ऑरकुट का ! अब आप भी इस बात से हैरान होंगे , की आखिर इन सोशल नेटवर्किंग वेबसाईट का किसी बैंक और रीकवरी एजेंसियों से क्या तालुक ? और आखिर इनकी मदद से किसी  भगौड़े ग्राहक को कैसे पकड़ा जा सकता है ! दरअसल यही  तो है "फंडा" वसूली का  , या कहे अजब वसूली का गजब फंडा !और इस फंडे ने ठंडे कर दिए है उनके  जोश को जो कभी बैंक की वसूली के लिए लोगो के घर की घंटी बार बार बजाया करते थे, और जायज़ और नाजायज़ तरीके अपनाकर  वसूली किया करते थे ! 

एक समय ऐसा भी था जब वसूली के लिए इस तरह के तरीको का इस्तेमाल किया जाता था ! लेकिन डराना धमकाना बीते जमाने की बीती बात बन चुकी है ! आर बी आई की तरफ से देश के सभी बैंको को भी वसूली के इस तरीके को अलविदा कहने के दिशा निर्देश दिए जा चुके है ! लेकिन समय के साथ बदलाव भी जरुरी है ! बैंक की वसूली करने वाली रीकवरी एजेंसियां सोशल नेटवर्किंग वेबसाईट पर  भगौड़े ग्राहकों को बैंक द्वारा दी गयी जानकारी की मदद से तलाशते है ! तलाशने के लिए बैंक की तरफ से नियुक्त की गयी रिकवरी एजेंसियों  के पास लड़के और लडकियां कार्यरत होती है , और ये लगातार बैंक द्वारा दी गयी details की बदौलत अपना ये काम दिन भर करते रहते है ! यदि कोई मिल जाए तो ये उनसे दोस्ती कर उनके घर का पता जान लेते है और पते का पता चलते ही उनसे रीकवरी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है !  लेकिन जानकार वसूली के इस फंडे को गलत ठहरा रहे है !

  आर बी आई की तरफ से भले की वसूली के बाकी फंडो को लाल झंडी दिखाई जा चुकी हो , लेकिन बैंक की वसूली करनेवाली रीकवरी एजेंसियां   अपनी वसूली की गाडी को  अलग अलग तरीको का इस्तेमाल कर हरी झंडी दे रही है , अब चाहे उस हरी झंडी को दिखाने का अंदाज़ काला ही क्यूँ न हो ! 

 

आदर्श' घोटाले में घिर रहे हैं अशोक चव्हा

कोलाबा में करगिल के शहीदों के लिए बने आदर्श सोसायटी के फ्लैट्स के आवंटन से जुड़े घोटाले में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के परिवार के कुछ और नाम जुड़ते दिख रहे हैं गुरुवार को इस घपले में मुख्यमंत्री की सास का नाम आया था अब जो नाम सामने आया है, वह है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा का, जो सीएम के ससुराल पक्ष से जुड़े़ शख्स हैं अभी तक यह बात साफ हो चुकी है कि आदर्श सोसायटी में भगवती मनोहरलाल शर्मा के नाम से एक फ्लैट है, जो अशोक चव्हाण की सास का नाम है अब जरा उनके ससुराल पक्ष के परिजनों को जानिए
मिल्कीराम शर्मा ससुराल पक्ष के बुजुर्ग हुए यानी सीएम साहब की पत्नी के दादा जी,  जिनकी बहू यानी सीएम की सास का नाम है भगवती मनोहरलाल शर्मा भगवती जी के पति यानी सीएम के ससुर का नाम है मनोहर लाल शर्मा, लेकिन सवाल है मदनलाल मिल्कीराम शर्मा कौन हैं नाम खुद बता रहा है कि उनका रिश्ता सीएम की ससुराल से है, लेकिन असली रिश्ता तो खुद सीएम साहब ही बताएंगे
आदर्श सोसायटी के नाम पर मची इस लूट में सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं अब सीबीआई ने आदर्श सोसायटी के सभी 103 सदस्यों की आय का ब्यौरा मांगा है सवाल यह भी है कि डिफेंस एरिया से सटे इलाके में निर्माण को हरी झंडी कैसे मिली और इस निर्माण के लिए पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति कैसे मिली
यह इमारत कोस्टल रेगुलेशन जोन नियमों का भी उल्लंघन करती है इस मामले में कई और नेता और आर्मी के आला अफसर घिरे हैं। यह भी पता चला है कि यह सोसयाटी रक्षा ठिकानों के काफी नजदीक है इस पर नेवी ने भी चिंता जताई है
जिन दूसरी बड़ी शख्सियतों के नाम यहां फ्लैट हैं, उनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल एनसी विज और दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख माधवेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु और कांग्रेस नेता कन्हैयालाल गिडवानी शामिल हैं  सवाल सिर्फ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और सेना के आला अफसरों की ही नहीं है कुछ और भी ऐसे नाम हैं, जो सवाल और शक पैदा करते हैं
ऐसा ही एक नाम है रुपाली हरिश्चंद्र रावराणे का..... रुपाली कणकवली इलाके से जुड़ी है और एक पेट्रोल पंप चलाती है यह इलाका महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री नारायण राणे का गढ़ माना जाता है ऐसे में सवाल उठता है कि करगिल जंग से जुड़े परिवारों के लिए बनी आदर्श सोसायटी में रुपाली की दावेदारी की क्या वजह हो सकती है.....................
आदर्श सोसायटी घोटाला वाकई में घोटाले का एक 'आदर्श' मामला लगता है सेना और नेताओं के अलावा जिन लोगों ने इस प्रोजेक्ट का 'बेड़ा' पार किया, उन्हें भी इनाम मिला आदर्श सोसायटी में मुंबई के पूर्व कलेक्टर प्रदीप व्यास की बीवी सीमा व्यास के नाम भी एक फ्लैट है प्रदीप ने ही सारे फ्लैट्स के आवंटन को मंजूरी दी थी आवंटन सही है या नहीं, इसकी जांच मुंबई की पूर्व कलेक्टर आईए कुंदन ने की, गड़बड़ी नहीं निकली, तो एक फ्लैट उन्हें भी मिल गया......................................
मुंबई के पूर्व म्यूनिसिपल कमिश्नर जयराज फाटक ने 6 मंजिला इमारत को 31 मंजिली में तब्दील करने की मंजूरी दी थी पिता के काम पर बेटे को इनाम मिला और एक फ्लैट उनके बेटे कनिष्क फाटक के हिस्से में आया.....................................

रविवार, 17 अक्तूबर 2010

३ नकली पुलिस चढ़े असली पुलिस के हत्थे

पुलिस बनकर लोगों को चुना लगाने वाले ३ शातिर दिमाग नकली पुलिस असली पुलिस के हत्थे आखिर चढ़ ही गए और उनके पास से लाखों की नकदी और ज्वेलरी बरामद हुयी है ...
इन तीनों को .....बहुत ही शातिर हैं यह.....लोगों को पुलिस अधिकारी  बन कर ठगते थे यह.....करोडों रूपए का लोगों को लगा दिये चूना........मगर क्या पता था.....चढ जाऐंगे पुलिस के हत्थे.....मुंबई  के कई इलाको  से लोगो  को चूना लगाने के बाद मुंबई के पायधूनी इलाके के एक व्यापारी जो कि 83 लाख रूपए लेकर जा रहा था .....इन्हे खबर हो गई फिर क्या था....ये  शातिर लोग अपने आप को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता कर ...उस व्यपारी के पैसे लूट लिए ...इससे पहले  कि वह कुछ समझ पाता ....... वहां से रफू चक्कर हो गए..
पायधूनी पुलिस ने वाकई  बड़ी मशक्कत  की  लेकिन नकली पुलिस बनकर लोगो को बेवकूफ बनाने वाले इन शातिरों की दाल  पुलिस के सामने नही गल सकी.........पुलिस ने अपना तरीका अपनाया.......जिसमें अब तक की ठगी किए गए करीब ६० लाख की संपत्ति पुलिस ने  जप्त  की..
 इससे पहले भी पायधूनी पुलिस ने इसी इलाके के एक व्यपारी के 52 लाख रूपए की चोरी के मामले  को चुटकी बजाते हुए हल कर लिया . था......अब दूसरी एक और चुनौती का सामना करना  पडा पायधूनी पुलिस को....अब देखना  यह  है की ...बाकी के पैसे इन लोगों ने कहा छुपाए है.....उन तक  पुलिस पहुँच  पाती है  या नही....
                      

शनिवार, 16 अक्तूबर 2010

मानिक राव ठाकरे मामले पर मुख्यमंत्री

 नागपुर वर्धा में कांग्रेस की राष्ट्रिय अध्यक्ष सोनियां गाँधी की रैली को सफल बनाने  के लिए जो फंड की खबर मिडिया में आई उसे मुख्यमंत्री अशोक चौहान ने सिरे से ही ख़ारिज कर दिया ....जो लोग इस मुद्दे को लेकर हाय तौबा मचा रहे हैं उनको अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए ......जो भी पार्टी का कार्यक्रम होता है उसमें फंड की जरुरत होती है उसका पूरा  हिसाब होता है ......अगर लेने वाला और देने वाला मौजूद है तो इतना हो हल्ला मचने की क्या जरुरत है 
 रैली के लिए जो भी फंड दिया गया है उसका पूरा  हिसाब हमारे पास है ....जब कोई रैली होती है तो फंड की जरुरत होती है हमारे वहां के कार्यकर्तायों ने अपने खुद के पैसे खर्च किये हैं ...कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर जो लोग आरोप लगा रहे हैं उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष को रूपया लेते सभी लोगों ने देखा है ........मुंबई में दशहरे की रैली होने वाली है उसमें कितना खर्च होता है वो पैसा कहाँ से आता है और कौन देता है ........... हमने महाराष्ट्र रोड कारपोरेशन को पैसा दिया है उसकी पूरी रशीद हमारे पास है

फिल्म की दीवानगी में गयी जान

 मुंबई के गोवंडी इलाके में एक २२ साल के युवक की फिल्म की दीवानगी की वजह से रात के वक्त ट्रेन के चपेट में आ कर जान चली गई ..........................  .
 नवी मुंबई के मेडिसिन कंपनी में काम करने वाले निलेश मुंबई के गोवंडी इलाके में रहता  था. फिल्मो से इस कदर प्रेरित था की उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा . लेकिन इसमें खास बात यह की इस युवक को आमिर खान का बहुत ही बड़ा फेन था . निलेश जगताप नाम के इस युवक पर आमिर खान की गुलाम नाम की फिल्म का इतना गहरा असर था की वह आमिर खान की तरह स्टंट करता था . जिस तरीके से आमिर खान अपने हाथ में   लेकर    झेंडा लेकर ट्रेन के आगे दौड़कर जाता था उसी तरीके  से निलेश को भी उसके  दोस्तों  के अनुसार जानलेवा स्टंट करने का शौक था .निलेश के घरवाले इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है उसके दोस्त भी काफी शोक में दुबे   हुए है, 
  बार बार होते एक्सिडेंट की वजह से रेलवे  पुलिस भी काफी हैरान है . फिलहाल पुलिस स्टंट की बात को नजर अंदाज कर रही है लेकिन इस हादसे से हर कोई वाकिफ है .उन्होंने इस बात को लेकर लोगो को यह आव्हान किया है की रेलवे  पटरी पर चलना  जानलेवा साबित हो सकता है और उसी वजह से रेलवे  के साथ कोई भी खिलवाड़  न करने की चेतावनी भी दी है .
 फिल्मो से प्रेरित होकर जिस तरीके से युवक अपनी जान को जोखिम में डाल रहे है , ऐसा  लगता है की फिल्मो के स्टंट देखकर उन्हें आम इन्सान का दोहराना एक तरह से खुदखुसी करने के बराबर है, इस युवक मौत से सभी  युवक क्या सिख  लेते है यह देखने वाली बात होगी ..


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अंध विस्वास में गयी दो मासूम बच्चे की जान


.मुंबई के नाला सोपारा में अंध विस्वास में सगी मामी ने दो मासूम बच्चे को अपने पैर से दबा कर हत्या कर दिया इस घटना को सुनते ही पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी ..वैसे तो  नाला सोपारा  हादसों का शहर  के रूप में काफी बदनाम हो गया है मगर  आज की वारदात ने तो शहर को ज्यादा ही बदनाम कर दिया है ! लेकिन ने इस सिलसिले  पुलिस सात लोगो को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे  डाल दिया
 नाला सोपारा के ओस्तवाल नगरी के जय  माता  दी बिल्डिंग में  मासूम बहन भाई की  निर्मम  हत्या का मामला सामने आया  ..इस घटना के बाद  नाला सोपारा  पुलिस ने ५ वर्षीय  ॐ विशाल जैसवाल और २.५ वर्षीय रिर्तिका विजय जैसवाल के शव को अपने कब्जे में लेकर  पोस्ट माडम  के लिए भेज दिया है ! यह अमबुलंस में ला जा रहा शव ५ वर्षीय ॐ और २.५ रुतिका का है जिसके हत्या इसी jaimata बिल्डिंग के तीसरे मजिल के घर में  हुई थी !  नाला सोपारा पुलिस द्वारा शव को अपने ताबे  में लेते के साथ यह कह   दिया की इन बच्चो की हत्या हुई है ! इस घटना के बाद तुरंत बच्चे के पिता विशाल  सच लाल  जैसवाल .बच्चे को जनम देने वाली माता रीता जैसवाल .बच्चे की मामी हिमांशु ,मामा दिनेश ,जितेश सुर डा सच्चेलाल और दादी सुमित्रा देवी को पुलिस ने हिरासत में लिया है !   यह खून नरबली का नमूना है       

रविवार, 3 अक्तूबर 2010

डी. का ड़ोजिअर......



 अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम गुनाह की दुनिया में जो कुछ भी करता है...उसे करने से पहले वह हर बात  का जायज़ा लेता है..।  चाहे वह किसी काले धंधे का अंजाम देना हो या फिर अपने दुश्मन का मार गिराने का हो.. मुंबई पुलिस को आई बी की तरफ से एक रिपोर्ट मिली है जिसमें साफ जिक्र  किया गया है की किस तरह अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम मुंबई के रीअल स्टेट  में अपने पांव फिर से पसार रहा है..। और साथ ही साथ वह किस तरह अपने काले पैसे  को मुंबई में  बढाने के लिये प्रयास  कर रहा है..?????? इस आई बी की रिपोर्ट के बाद से मुंबई पुलिस काफी सर्तक हो गई है.....
  खुफिया विभाग की ये रिपोर्ट..चेतावनी है ....मुंबई पुलिस  के लिए ........ आई बी. की रिपोर्ट के अनुसार एक ओर .दाउद  रीअल स्टेट में अपना पैर बढ़ाना चाहता है तो दूसरी ओर अपने सबसे बड़े दुश्मन छोटा राजन को ख़त्म करने के लिए नयी टीम का गठन कर चूका है ............ ..19 नए शुटर जिनकी उम्र 19 से 27 साल इन्हें ज़िम्मेदारी सौंपी गई है .. साथ ही इन्हें  हिदायत है  इस बार बैंकॉक सी गलती ना होनें पाए.. मुंबई के बाद नेपाल डी गैंग का दुसरा सबसे बडा हेडकर्वाटर है... कंपनी का सबसे बडा पनाहगाह है ..जँहा से डी गैंग जाली नोटों का अपना सबसे मुनाफा वाला धंधा ऑपरेट करता है ..अगर खुफिया सुत्रों की मानें तो नेपाल में खुद दाउद नें अपनें दो नए सिपहसलारों को काम सौंपा है ... कमल और नुरूल्ला .. दाउद के बेहद  करीबी कमल और नुरुल्ला  के जिम्मे  है जितना हो सके भारत में नकली नोटों की खेंप पहुँचाई जाए ..इसके साथ ही  ..अब मुंबई का कोई भी काम सीधे छोटा शकील या अनीस नहीं करेंगे ..बल्कि इस काम की ज़िम्मेदारी एक नए चेहरे अहमद लगंडा को सौंपी गई है .. जिसकी जानकारी ठीक से मुंबई पुलिस तक को नहीं है .. अहमद लगंडा का काम है मुंबई में हफ्ता बसुली करना .. फिरौती मांगना और उन ज़मीनों को हडपना जिसके ज़रिए डी कंपनी प्रोपर्टी में इनवेस्ट कर सके और तेजी से रीयल स्टेट में अपना इकलौता वर्चस्व स्थापित कर सकें ..... अगर इस रिपोर्ट की मानें इस नए चेहरे के साथ डी कंपनी रियल इस्टेट में बडी डील करनें वाला है .... डी कम्पनी का काम संभालने के लिये दुसरा नाम इस रिपोर्ट में है रिजवान का है.।रिज़वान का काम है उन लोगों की पुरी लिस्ट बनाए है जो डी गैंग की कामयाबी में रोडा  बन रहे है ..

डी कम्पनी के लिये मुंबई से सटे  ठाणे और मुंबई में रियल इस्टेट का पुरा काम देखता है आसिफ शेख जो आरिफ का भाई है,  आसीफ यानि छोटा शकील का दुसरा साला ..आसिफ शेख  मुंबई से सटे ठाणे के मीरा  रोड़ इलाके में रहता है और वही से रियल इस्टेट का धंधा करता है, और इस धंधे से कमाई गई रकम का इसतेमाल डी गैंग से जुडे गुर्गों की पगार और उनके मुकदमें में खर्च किया जा रहा है ...डी के इस नए डोजियर से साफ़ है की अब डी कंपनी का रीअल स्टेट का काम नए लोगों को सौपा गया है जो विश्वसनीय भी है और नए ज़माने के तेवर के भी हैं ... 
 आई बी की रिपोर्ट में जिन लोगों के नाम का खुलासा हुया है , अब उनके उपर मुंबई पुलिस अपनी पैनी नज़र बनाये हुये है...। लेकिन इस रिपोर्ट से एक बात साफ हो गई है की अंडरवर्ल्ड डॉंन दाउद इब्राहिम  किस तरह से मुंबई में काम कर रहा है..............

गाँधी तेरे देश में ........


देश भले ही महात्मा गाँधी का जन्मदिन मना रहा हो लेकिन यदि आज महात्मा गाँधी हमारे बीच होते तो  देश की हालत पर जरूर तरस खाते ..... गाँधी जी ने घर बार त्याग किया... भूखे प्यासे रहे ताकि आने वाली पीढियों को सुनहरा भविष्य मिले, लेकिन आज हालात ऐसे है की आम आदमी तो दूर ... गाँधी जी के पोते पोतिया भी साफ़  पानी पीने  को तरस रहे है.............
 पानी पीने  से पहले ग्लास में देखते और बापू की तस्वीर को देखकर अपने हाल को देखकर तरस खाते.. यह है राष्ट्रपिता  महात्मा गांधी के पोते तुषार गाँधी | तुषार मुंबई के सान्ताक्रुज़ इलाके में रहते है और पिछले कई महीनो से साफ़ पानी के लिए तरस रहे है..... मुंबई को पानी सप्लाई करनेवाली  सभी झीले भरी होने के बावजूद इलाके में पानी दिन के कुछ घंटो के लिए उस समय आता है जब घर में कोई नहीं रहता.... पानी में गन्दगी और दुर्गन्ध ऐसा की बिना प्यूरीफायर के पीना और खाना बनाना मुस्किल...........................
 तुषार ने इस बात की शिकायत बी.एम्.सी. और स्थानीय नगरसेवक से की लेकिन जो जवाब मिला उसे सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा......... तुषार को जवाब मिला की झीले भरी होने के बावजूद पानी पूरी तरह से सप्लाई इसलिए नहीं किया जा सकता, क्यों की फ़ोर्स में पानी छोड़ने से ५० साल पुरानी पाईप लाइन फट जाएगी और सप्लाई ठप पड़ जायेगी  जो पाइप लाइन ब्रिटिशो ने बिछाई थी आज भी मुंबई उसी पर टिकी हुयी है , आजादी के बाद फिर प्रशाशन ने क्या किया ?
 तुषार इस बात को कहने में अब हिचकिचाते नहीं की ब्रिटिशो के कुछ सिस्टम आज से बहुत बेहतर थे........... गाँधी जी के विरोध प्रदर्शन के तर्ज पर लोगों को अपने हक़ के लिए एक दिन विरोध करना ही होगा....................