शनिवार, 7 सितंबर 2019

राज्य सहकारी बैंक घोटाला प्रकरण राट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार की बाढ़ सकती है मुश्किल



मुम्बई राज्य सहकारी बैंक में कथित रूप से 25 हजार करोड़ रुपये के घोटाला प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनवाई वाली दायर याचिका को खारिज कर दिया जिसकी वजह से अजित पवार के साथ कई बड़े नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं ।क्यों कि राज्य विधानसभा चुनाव नजदीक है इन सभी बड़े नेताओं पर आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर लिया है जिसके खिलाफ ये लोग सुप्रीम कोर्ट में गए हुए थे सुप्रीम कोर्ट ने इन लोगों को कोई राहत नही दिया और याचिका को खारिज कर दिया ।

राज्य के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस के बड़े नेता अजित पवार के साथ हसन मुशरीफ़, जयंत पाटिल ,आनंद राव अडसुल , विजय सिंह मोहिते पाटिल और शिवाजीराव नलावड़े जैसे बड़े नेताओं की मुश्किल बढती नजर आ रही है । मुम्बई उच्च न्यायालय के निर्णय के खिलाफ 6 विशेष याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी इन सभी याचिकाओं पर सोमवार 2 सितंबर को न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा व न्यायाधीश एम आर शाह की खंडपीठ के सामने सुनवाई हुई कोई भी राहत देने से मना कर दिया और कोई भी अंतरिम आदेश देने से मना कर दिया और इस मामले में आरोपी की तुरंत सुनवाई की याचिका को खारिज कर दिया । कई दिन पहले उच्च न्यायालय ने राज्य सहकारी बैंक घोटाले में 5 दिन के अंदर गुनाह दर्ज करने के लिए आर्थिक अपराध शाखा को आदेश दिया था । 25 हजार करोड़  कर्ज देने में हुए घोटाला प्रकरण में राष्ट्रवादी कांग्रेस के बरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार हसन मुशरीफ़ , जयंत पाटिल , शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल , विजय सिंह मोहिते पाटिल, और शिवाजी नलावड़े के साथ कई बड़े नेताओं के खिलाफ माता रमाबाई अंबेडकर (एमआरए) मार्ग पुलिस स्टेसन में भादवि कलम 420, 409 , 406 , 467 ,468 , 34 , 120 (ब) के तहत गुनाह दर्ज किया गया है । इस मामले में कुल 76 नेताओं का समावेश है इसमें कांग्रेस , राष्ट्रवादी कांग्रेस , भाजपा व शिवसेना के नेताओं का नाम शामिल है जिसके चलते पूरी तरह से राजनीतिक मंच पर हड़कंप मचा हुआ है राज्य सहकारी बैंक में हुए 25 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुवा है इसकी तहकीकात करने के लिए आर्थिक अपराध शाखा ने पिछले मंगलवार को विशेष जांच पथक(एसआईटी ) का गठन किया था आर्थिक अपराध शाखा ने पुलिस उपायुक्त श्रीकांत परोपकारी के नेतृत्व में एसआईटी की स्थापना किया इस मामले की समांतर तहकीकात ईडी भी करेगी ऐसी जानकारी मिल रही है ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें