बुधवार, 18 सितंबर 2019

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019


विधानसभा चुनाव होने के बाद क्या होगी भाजपा शिवसेना  की हालात ...?

क्या है भाजपा का पुराना इतिहास...? राजनितिक क्षेत्र में हो रही है बड़ी हलचल



राज्य में किसी भी दिन विधानसभा के चुनाव की घोषणा चुनाव आयोग कर सकता है सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं राज्य में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस में गठबंधन हो गया है ये दोनों राज्य की 288 सीटों में 125 - 125 पर लड़ेंगी और शेष 38 सीटे अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ दिया है अभी तक भाजपा शिवसेना युति अधर में ही लटकी हुई है इस पर सभी राजनीतिक दलों के साथ साथ राज्य के आम लोगों की भी नजर बनी हुई है कि इनमें युति होगी या नही शिवसेना अभी तक फिफ्टी फिफ्टी फार्मूला पर अपनी नीति रखी हुई है इसके बावजूद भाजपा शिवसेना को 120 सीट से ज्यादा देने को तैयार नही है ।

भाजपा शिवसेना 1989 में राम मंदिर के मुद्दे पर पूरे देश में हिन्दू लोगों को एकजुट होते देखकर पहली बार युति किया था ताकि हिन्दू वोट का विभाजन न हो । तभी से लेकर 2014 तक दोनों की युति रही यह युति एक मिसाल थी इतने सालों तक किसी भी राजनीतिक दल की युति नही चल पाई थी । 2014 के विधानसभा चुनाव में दोनों की युति सीट बंटवारे में सहमति न बन पाने की वजह से युति टूट गयी और दोनों दल अलग अलग चुनाव लड़े चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में ज्यादा आया भाजपा को शिवसेना से करीब दुगुनी सीटों पर विजय हासिल हुई भाजपा को 122 सीट और शिवसेना को 63 सीट मिली । सूत्रों से मिली खबर के अनुसार शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस का अस्तित्व खत्म होने की कगार पर है अगर इस वातावरण में भाजपा शिवसेना से युति कर शिवसेना को कम सीट देती है तो आगे आने वाले समय मे भाजपा शिवसेना को भी टारगेट कर सकती है । इस समय विरोधी पक्ष हासिये पर चला गया है । शिवसेना के लिए गोआ में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी का उदाहरण सामने है ।भाजपा ने गोआ में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी की अवस्था किया है यही अवस्था शिवसेना की भी कर सकती है । गोआ में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी का उपयोग कर भाजपा ने पूरे गोआ में अपना विस्तार किया क्या उसी तरह महाराष्ट्र में शिवसेना की मदद लेकर अपना विस्तार किया है ।

शिवसेना भाजपा विधानसभा चुनाव की सूची 

1990 में शिवसेना 183 भाजपा 105 
1985 में 183 शिवसेना भाजपा 105 
1999 में शिवसेना 161 भाजपा 117
2004 में शिवसेना 163 भाजपा 111 
2009 में शिवसेना 160 भाजपा 109

शिवसेना के लिए 1961 में पुर्तगाल शासन खत्म होने के बाद महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी का पहला शासन गोआ में था ।1963 से 1979 तक महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी ने गोआ में शासन किया 1994 में पहली बार महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था उस समय महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी 25 सीट और भाजपा12सीट पर चुनाव लड़ा था इसके बाद गठबंधन में फूट पड़ गयी और भाजपा ने महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगा लिया ।2012 में फिर से भाजपा और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी में गठबंधन हुवा तभी से  अभी तक गोआ में भाजपा का शासन है । भाजपा ने 28 सीट पर चुनाव लड़ा और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी ने 7 सीट पर चुनाव लड़ा था । एमजीपी के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए ।इस वर्ष मार्च महीने में एमजीपी के 3 विधायकों में से 2 विधायक अलग गुट बनाकर भाजपा में अपने गुट का विलय कर लिया । क्या महाराष्ट्र में शिवसेना की ताकत कम कर भाजपा अपने को मजबूत कर रही है ऐसा संशय ब्यक्त किया जा रहा है ।

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