महाराष्ट्र और मुंबई में चल रहे बिजली और पानी की समस्या का समाधान ढूँढने के लिए आज मंत्रालय में मुख्य मंत्री पृथ्वी राज चौहान ने एक अहम् निर्णय लिया है.....राज्य में अब तक बिजली उत्पादन के लिए मिल रहा पानी से मुख्य मंत्री ने असंतुष्टी जताते हुए कहा की बिजली उत्पादन के लिए पानी की मात्रा बढ़ाई जाए.....
जितना पानी आज तक मिल रहा था उससे महाराष्ट्र , कर्नाटका औए आन्ध्र प्रदेश जैसे राज्यों को बिजली की समस्याओं से जूझना पड़ता था.... महाराष्ट्र के कृष्णा नदी से ५० प्रतिशत पानी मिलता था वही अब से राज्य को १५ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी याने ६५ प्रतिशत पानी मिलेगा...जिसमे से मुंबई को ८१ % पानी मिलेगा...बात की जाए कोयना बाँध की..की तो इस बाँध से जहा ६७.२१ के एम सी पानी मिलता था अब उसे २५% बढ़ा दी गयी है....अल्माद बाँध की ऊँचाई ५१९.६० मीटर है लेकिन अब उसी को बढ़ा कर ५२४.२५ मीटर कर दी गयी है...जिससे महाराष्ट्र के सातारा और सांगली जैसे जिल्हों में बाढ़ का ख़तरा बढ़ सकता है....इन सभी निर्णयों को मद्देनज़र रखते हुए मुख्य मंत्री पृथ्वीराज चौहान ने ये भी बताया की इस विकास की निगरानी के लिए एक कमिटी बनायी जायेगी....और ये कमेटी इन सभी समस्याओं का निवारण करेगी..
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें