रविवार, 29 दिसंबर 2019

मुंबई में क्यों होता है हमेशा ट्रैफिक जाम. सामने आया चौंकाने वाला सच


मुंबई जैसे शहर में ट्रैफिक जाम होना आम बात हो गयी है जो कि  एक बहुत  बड़ी समस्या है। क्यों कि  सड़कों पर लगातार वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है।इतनी बड़ी समस्या होने के बावजूद  इसके लिए कोई कानून नहीं है। वाहनों की संख्या दर प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। वाहनों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है जिसका आंकड़ा काफी चौकानें वाला है।

वाहनों का जो आंकड़ा जारी हुवा है उसके मुताबिक मुंबई में पिछले 10 वर्षों में वाहनों की संख्या में 109 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा काफी चौकानें वाला है। यह आंकड़ा वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2019 तक का है। इससे सबसे बड़ी हैरान करने वाली बात यह है कि इस दौरान सड़कों  की लंबाई उतनी ही है जितनी थी यानी 2 हजार किलोमीटर।इसका मतलब यह है कि  नई सड़कों का निर्माण नहीं हुवा  है, जबकि वाहनों की संख्या में लगातार रुप से वृद्धि हो रही है।
इस समस्या से मुंबईकर केवल ट्रैफिक जाम से ही नहीं जुझ रहे हैं बल्कि पार्किंग समस्या, ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं से भी दो चार हो रहे हैं। यही नहीं आने वाले समय में इन समस्याओं से छुटकारा मिलेगा, इसके भी कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।
जारी आंकड़ों के अनुसार मुंबई की सड़कों पर इस समय 22 लाख दुपहिया वाहन दौड़ रहे हैं। अगर औसत आंकड़ा निकाला जाए तो एक किलोमीटर में 1100 दुपहिया वाहन दौड़ रहे हैं। अगर चार पहिया वाहनों की बात की जाए तो इनकी संख्या कुल 10.6 लाख है।
जबकि साल 2010 तक चार पहिया वाहनों की कुल संख्या 5.1 लाख दर्ज थी। यानि इन दस सालों में वाहनों की संख्या में दुगुने दर से वृद्धि हुई है
इस रिपोर्ट में वाहनों की बढ़ती संख्या का कारण वाहन बाजार में लगातार बढ़ रही प्रतिस्पर्धा है जिसका लाभ उपभोक्ताओं को मिलता है, साथ ही वाहनों पर आसानी से मिलने वाला लोन, अब तो जीरो फीसदी ब्याज पर भी वाहन उपलब्ध हैं, साथ ही 25 से 30 साल के युवकों की बढ़ती क्रय शक्ति को भी इसका कारण बताया गया है।

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