देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सफ़ेद पोश अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्हें पुलिस प्रशासन का बिलकुल खौफ नही है ...यही कारण है कि वे लगातार नियम व कानूनों की धज्जियाँ उड़ाते जा रहे हैं और राज्य सरकार है कि वो मूकदर्शक बन कर सिर्फ और सिर्फ तमाशा देखने का काम कर रही है ... जरा गौर से देखिये इस चेहरे को ... चेहरे से किसी फिल्म का अभिनेता दिखने वाला शख्स कोई और नही बल्कि मुंबई में हजारों मुंबईकरों के करोड़ों रुपये गबन करने वाला धनलक्ष्मी क्रेडिट को--ओपरेटिव सोसायटी का मालिक है ... धनलक्ष्मी क्रेडिट सोसायटी में हजारों खाताधारकों ने अपनी मेहनत और पसीने की कमाई से जमा की हुई रकम फिक्स डिपोजिट के रूप में जमा की थी ...किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिये रुपये जमा किये हुए थे तो किसी ने अपने सालों-साल की फंड सर्विस ही धनलक्ष्मी क्रेडिट सोसायटी में जमा की थी ... यह सोच कर कि यह कथित सोसायटी उनको एफ.डी के बदले अच्छे रिटर्न देगी ..लेकिन इससे पहले कि उनका सपना पूरा हो पाता , इस नटवरलाल ने जनता के पैसों का पूरी तरह से न सिर्फ दुरूपयोग किया बल्कि खाताधारकों को पैसे लौटाने के लिये तारीख पर तारीख देने लगा ...इसने किसी के पैसे डुबाये तो किसी का करोडो रुपये का फ़्लैट ही हड़प लिया ...
मुंबई के सान्ताक्रुज़ पश्चिम में रहने वाले राजीव शर्मा की यदि माने तो यह तक़रीबन दो हजार करोड़ के गबन का मामला है ... और उन्होंने धनलक्ष्मी क्रेडिट को-ओपरेटिव सोसायटी में तक़रीबन आठ करोड़ रुपये जमा किये हैं जिसका आज तक किसी भी प्रकार का रिटर्न उन्हें नही मिल पाया .
सान्ताक्रुज़ पूर्व में रहने वाले श्रीनाथ मिश्रा ,जो रिटायर्ड स्कूल टीचर हैं उनकी यदि माने तो उन्होंने अपने पूरे जीवन की जमा पूंजी इस क्रेडिट सोसायटी में जमा की थी लेकिन आज अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई की वापसी के लिये लगातार वे पुलिस थानों के चक्कर लगा रहे हैं .... खाताधारकों का यह भी कहना है कि इस मामले पर से पर्दा नही उठ पाता यदि ज़ोन - 9 डीसीपी प्रताप दिघावकर और वेस्टर्न रीजन के अडिशनल पुलिस कमिश्नर विश्वास नागरे पाटिल ने दिलचस्पी न लिया होता ...चूँकि सान्ताक्रुज़ पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर चौधरी ने कथित आरोपी राधेश्याम गुप्ता को पूरी तरह से शह दे रखा था ... बहरहाल अडिशनल सीपी और डीसीपी के आदेश के बाद सान्ताक्रुज़ पुलिस स्टेशन में धनलक्ष्मी क्रेडिट सोसायटी के चेयरमेन और उसके संचालकों के खिलाफ सी.आर नं ४७७/२०११ की धारा ४०६,४०९, ४२० और ३४ आई.पी.सी के तहत ठगी का अपराधिक मामला दर्ज कर लिया है ... लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में सान्ताक्रुज़ पुलिस और कितने लोगों को गिरफ्तार कर पाती है इसके साथ ही किस प्रकार की कार्यवाही करती है .
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