कितना हास्यपाद है कि जिस पर खुद जाली तरीके से जमीन हड़पने के मामले में 
भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हों और उसके बाद उससे वो हड़पी हुई जमीन 
सरकार द्वारा वापस ले ली गयी हो वो किसी और के भ्रष्टाचार की पोल खोलने की 
बात करता है !!सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र के अवतार केजरी ने मीडिया के सामने
 बड़े जोर शोर से अनाउन्स किया था कि दामनिया के जमीन घोटाले की जांच दो 
रिटाइर्ड जजों को सोंप दी गयी है और एक महीने में रिपोर्ट आने के बाद अवश्य
 कार्यवाइ होगी ! अब तो एक साल से भी उपर हो गया , कहाँ है रिपोर्ट और कहाँ
 गई कार्यवाइ ????
 
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