शनिवार, 8 जुलाई 2017

होटल का बिल देने के लिए एटीएम कार्ड देना पड़ा मँहगा


होटल का बिल देने के लिए एटीएम कार्ड देना पड़ा मंहगा 

वेटर ने लगाया ग्राहक को लाखों का चूना 


विजय कुमार यादव 
मुम्बई /पुणे

पुणे में पांच सितारा होटल का बिल एटीएम से देने का प्रमाण ज्यादा है पुणे के लोग ज्यादा से ज्यादा लोग एटीएम का उपयोग हर काम के लिए उपयोग करते हैं ।बिल भरने के लिए एटीएम देने वाले ग्राहकों को वेटर ने लाखों का चूना लगाया है । ऐसा एक मामला प्रकाश में आया है मुम्बई के बांद्रा पुलिस ने कैशलेश बिल देने में बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है । यह मामला मुम्बई से पुणे तक पहुच गया है ।

पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है । इन आरोपियों ने 85 बैंकों में कुल एक हजार 28 ग्राहकों को चुना लगाया है। यह साइबर क्राइम पुलिस की तहकीकात में पर्दाफाश हुवा है ।सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पुणे के पुरंदर के होटल गर्व के वेटर अब्दुल गफ्फार अंसारी 27 खुर्शीद  बशीर अंसारी 27 मुम्बई के अंधेरी पश्चिम के वेटर का काम करने वाले सैफुद्दीन लियाकत अंसारी 24 शमीम लियाकत अंसारी 36 साकी नाका के केशव मगता रेड्डी 23 नाला सोपारा के रिजवान मेहबूब अली सय्यद 24 भायखला के मुशर्रफ अली इफाजत अली सय्यद सांताक्रुज के वेटर विकास कुमार सदानंद साहू को गिरफ्तार किया है ।इनके पास से चार स्किमर्स डिकोडर व अनेक बैंकों के चालू हालत और समय सीमा समाप्त  हुए एटीएम कार्ड जप्त किया है ।पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार सिटी बैंक के क्रेडिट कार्ड मुम्बई के मालाड में रहने वाली सिद्धि संग्राम नालावड़े का है । इसके कार्ड से 22 हजार 500 सौ रुपया उसके खाते से निकाला गया था । इसी तरह और एक खाते से 40 हजार रुपये भी निकाला गया था ।पीड़ित ने इसकी शिकायत की तो सिटी बैंक ने अपने तरह से जांच की थी बैंक के मैनेजर रामप्रकाश बरई बांद्रा पुलिस स्टेसन  में शिकायत दर्ज किया । जिसके बाद पुलिस तहकीकात में इस घोटाले का पर्दाफाश हुवा ।पुणे के वाकड के एक युवती के सिटी बैंक के खाते से एटीएम के द्वारा मुम्बई से 95 हजार रुपया निकाला गया है । जब कि युवती का एटीएम कार्ड उसके पास ही है तो कैसे पैसे निकाल लिया गया और युवती ने कहा कि मैंने अपना पिन नम्बर किसी को नही बताया है ।

इस तरह से स्किमर्स के द्वारा करते हैं घोटाला 

बिल देने के लिए एटीएम कार्ड वेटर को ग्राहक देता है और ग्राहक अपना पिन वेटर को बता देता है जिसके चलते वेटर ग्राहक द्वारा दिया गया पिन नम्बर को याद कर लेता है और स्किमर्स कि मदद से एटीएम का सभी डाटा कापी कर लेता है ।इसके बाद वो नया एटीएम कार्ड बना लेता है और इस तरह से ग्राहक के खाते से पैसा निकाल लेता है ।

पुणे में एक साल में 1100 घटना 

साइबर क्राइम क्रेडिट कार्ड डेविट कार्ड एटीएम कार्ड के द्वारा लोगों के खातों से पैसा निकालने के एक साल में1100 मामले सामने आए हैं । सभी कार्डों का क्लोनिंग कर के आरोपियों ने इसको अंजाम दिया है । 2016 में इस तरह की 737 मामले की शिकायत पुलिस के पास आई थी इस वर्ष इसकी संख्या बढकर 1100 से भी ज्यादा हो गयी है जिसकी शिकायत पुलिस के पास आई हुई है पिछले डेढ़ वर्ष में पुणे पुलिस ने  54 मामले दर्ज किया है ।

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