आपको
अगर सीट मिल भी जाए तो विकल्प बनोगे कैसे ? आपने तो एक बार केन्द्र मे
वामपंथी सरकार बन ने का चान्स भी खो दिया है| याद आया सन 1996? जब आप लोगो
ने ज्योति बसु को प्रधानमंत्री बन ने नही दिया था| अब कौन प्रधानमंत्री
बनेगा? प्रकाश करत? किस विकल्प की बात कर रहे हो यचुरी जी, वामपंथी तो
हमेशा ही कॉंग्रेस के सहयोगी और पिछलग्गू रहे है, यहाँ तक कि एमर्जेन्सी के
लगाने में भी ! पिछली यूपीए की सरकार के साथ भी थे ! आज भी अलग हैं तो
सिर्फ इसलिये कि आपकी कॅल्क्युलेशन सही नहीं रही कॉंग्रेस ने मौके का फायदा
उठाकर आपको बाहर मेंक दिया ! और आपके विकल्प जनता 1996-98 के दौरान देख ही
चुकी है !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें